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कोरोना वायरस के खौप के बीच गुरुवार को तेज हवा और बारिश दोहरी समस्या बनकर सामने आई तेज हवा और बारिश का कहर, दर्जनों पेड़ धराशायी…

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कोरोना वायरस के खौपᆬ के बीच गुरुवार को तेज हवा और बारिश दोहरी समस्या बनकर सामने आई। दोपहर को चली तेज हवा से कलेक्टोरेट, रामपुर बस्ती के अलावा शहर में विभिन्न स्थानों में पेड़ धराशायी हो गए। सड़कों में पेड़ों के गिरने से मार्ग में आवागमन बाधित रहा। बिजली कौंधने और गरज के साथ हुई बारिश के मद्देनजर सड़क में सन्नाटा पसर गया। मौमसी बेरुखी के चलते अन्य दिनों की अपेक्षा आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।

होली पर्व के बाद से जारी मौसमी बेरुखी का दौर अब तक नहीं थमा है। आसमान में बदली और बारिश का सिलसिला हर दिन जारी है। गुरुवार को सुबह से ही आसमान में बदली छाई रही। दोपहर तक बादलों के बीच सूरज की लुका छिपी का खेल जारी रहा। दो बजते ही तेज हवाएं चलने लगी और बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया है। बारिश तेज होने से सड़कों में पानी भर गया। कलेक्टोरेट में प्रवेश द्वार के निकट पेड़ उखड़ गया जो डाल के सहारे छत पर टिका हुआ है। भवन के ऊपर में लगा साइन बोर्ड कर क्षतिग्रस्त हो गया। रामपुर सिंचाई कॉलोनी में तेज हवा का अधिक असर रहा। कॉलोनी पहुंच मार्ग किनारे आम पेड़ के टूट कर गिरने से आवागमन बाधित हो गया। इसी तरह घंटाघर मार्ग में पेड़ गिरने से एक कार क्षतिग्रस्त हो गया। मार्ग में टूटे पेड़ों को हटाने निगम कर्मचारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। आरामशीन मार्ग स्थिति विद्युत गृह स्कूल बाउंड्रीवाल में और एक आवास पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया। टीपी नगर मार्ग के नालियों में पानी भरने से सड़क के कई स्थान में पानी भर आया। बारिश के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सामने लोग आश्रय लेकर बारिश थमने का इंतजार करते रहे। बिजली कौंधने और गर्जना के कारण ऑटो, दोपहिया वाहनों के पहिए थमे रहे। प्रशासनिक कार्यालयों में कामकाज अन्य दिनों की अपेक्षा सुस्त रहा। शहर के अलावा गांवों में भी बारिश और हवा का असर रहा। उपनगरीय क्षेत्रों में पाली, चैतमाा, छुरी, कटघोरा, बाल्को, करतला, जमनीपाली, पसान, जटगा, मोरगा आदि स्थानों में बारिश और तेज हवा का असर रहा।

-सूखे पे़ड़ों से बढ़ा खतरा

बारिश और तेज हवाओं के चलने का दौर होने से सूखे पेड़ों के गिरने का खतरा बढ़ गया है। घंटाघर के पास सूखे पेड़ के गिरने से एक कार क्षतिग्रस्त हो गया। शहर के मुख्य मार्गों से लेकर रहवासी क्षेत्रों में सूखे पेड़ दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं। घंटाघर ओपन थिएटर से लेकर कोसाबाड़ी पहुंच मार्ग में दर्जन भर से अधिक पेड़ सड़क किनारे गिरने की कगार में हैं। वन और निगम अमला की ओर से पेड़ों को काटने के लिए अपेक्षित कार्रवाई नहीं किए जाने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

-मौसमी स्थिरता से लोग चिंतित

मौसम में परिवर्तन की बजाय पिछले पखवाड़े भर से आसमान में बदली और बूंदाबांदी के चलते लोग चिंतित नजर आ रहे हैं। बारिश से होने वाले नुकसान का बाजार में असर होने लगा है। सब्जी की आवक कम होने के अलावा अन्य दीगर सामग्री जैसे लहसून, हल्दी और अन्य सामग्री में महंगाई के आसार नजर आ रहे हैं। उपज पर हो रहे असर के चलते लोगों ने कालाबाजारी शुरू कर दी है। बारिश के कारण छोटे और खुदरा व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के कारोबार में असर हो रहा है। बड़े व्यवसायियों के हावी होने से मंदी की संभावना बढ़ गई है।

-पके गेहूं की पᆬसल को नुकसान

पिछले कई दिन से हो रही बारिश के कारण पᆬसल पर विपरीत असर हुआ है। पककर तैयार गेहूं की पᆬसल को कापᆬी नुकसान हुआ है। जिन किसानों ने कटाई कर ली है वे मिंजाई नहीं कर पा रहे हैं। गेहूं के अलावा दलहन और मक्का की पᆬसल में रोग पनपने लगा है। आम के बौर झड़ने लगे हैं। बारिश जारी रही तो उपज पर भी विपरीत असर होगा। सब्जी पᆬसल में टमाटर की पᆬसल को ओले गिरने से नुकसान हुआ है। मौसमी बेरुखी में सुधार नहीं होने के कारण किसान आगामी पᆬसल की बुआई की तैयारी को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।