Home History दुनिया का सबसे अमीर बादशाह इसके कब्जे था दुनिया का सोना

दुनिया का सबसे अमीर बादशाह इसके कब्जे था दुनिया का सोना

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Mansa Musa Story: आज के दौर के अरबपतियों के बारे में हर कोई जानता है लेकिन अगर आपसे 500-600 साल पुराने अरबपतियों के नाम पूछे जाएं तो शायद आप किसी एक शख्स का नाम नहीं बता पाएं. दुनियाभर में लोकतंत्र आने से पहले राजा-महाराजा, बादशाह और सुल्तानों का शासन था.

इन लोगों के पास ही सबसे ज्यादा दौलत हुआ करती थी. हम आपको इतिहास के एक ऐसे राजा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके पास करीब आधी दुनिया का सोना था. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वह कितना अमीर और दौलतमंद शख्स होगा.

यह कहानी जिस दौलतमंद राजा की है, उसका देश आज गरीब मुल्कों की लिस्ट में शामिल है. एक वक्त था जब माली पर मनसा मूसा की हुकूमत थी. मनसा मूसा ने 1312 से 1337 तक माली साम्राज्य पर शासन किया. खास बात है कि मनसा मूसा को दुनिया गोल्ड प्रॉड्यूसर के तौर पर जानती थी. माली के इस सुल्तान को कई इतिहासकारों ने दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति करार दिया है.

महलों में रखता था आधी दुनिया का सोना

माली के शासक मनसा मूसा के पास दुनिया के कई देशों से व्यापारी सोना खरीदने आते थे. बताया जाता है कि मनसा मूसा के पास इतना सोना था कि उसे रखने के लिए महलों की जरूरत पड़ती थी. इतना ही नहीं, कहा जाता है कि उसने आधी दुनिया का सोना महलों में रखा था.

मनसा मूसा की कुल संपत्ति

दुनिया आर्थिक इतिहासकारों के अनुसार, माली के शासक मनसा मूसा की संपत्ति को संख्याओं में सीमित करना असंभव है. साल 2012 में अमेरिका की सेलिब्रिटी नेटवर्थ वेबसाइट की मानें तो मनसा मूसा की कुल संपत्ति करीब $400 बिलियन यानी 33,00000 करोड़ रुपये थी. हालांकि, इतिहासकार इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ये आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है.

ब्रिटिश म्यूजियम के अनुसार, जिस वक्त मनसा मूसा की हुकूमत माली पर थी, उस समय इस देश के पास आधी दुनिया का सोना हुआ करता था और ये सारा सोना शाही खजाने में था. यही वजह थी कि दुनियाभर से व्यापारी सोना की खरीदी के लिए माली आया करते थे.

मनसा मूसा अमीर होने के साथ-साथ बड़ा दानवीर भी था. माली से अपनी ऐतिहासिक मक्का यात्रा के दौरान उसने करीब 2000 किलोग्राम सोना दान कर दिया था. वह माली से 60,000 लोगों का एक विशाल काफिला लेकर निकला था, जिसमें शाही परिवार, जवान, व्यापारी और 12,000 गुलाम थे. अपनी ऐतिहासिक मक्का यात्रा के दौरान मनसा मूसा 10 दिनों के लिए मिस्त्र में ठहरा था, जहां उसने लोगों को दान के तौर पर गोल्ड दिया.