छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित सुकमा में पुलिस ने एक मुठभेड़ में 15 माओवादियों के मारे जाने का दावा किया है.
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ स्थल से 16 अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने मौके से दो माओवादियों को हिरासत में भी लिया है.
छत्तीसगढ़ में विशेष पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी के अनुसार, “सोमवार की सुबह सुकमा के गोलापल्ली और कोंटा के बीच जब सुरक्षाबलों का एक दल माओवादियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन के लिए निकला हुआ था, उसी समय माओवादियों के साथ उनकी मुठभेड़ हुई.”
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ स्थल के आसपास अभी भी सर्चिंग ऑपरेशन जारी है. पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि इस मुठभेड़ में कुछ और माओवादी मारे गए होंगे या घायल हुए होंगे.
पुलिस इस मुठभेड़ को अपनी बड़ी सफलता मान कर चल रही है.
मुख्यमंत्री का बयान
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है, जब राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पहली बार माओवादियों के साथ बातचीत की किसी भी संभावना से साफ़ इनकार करते हुए कहा था कि माओवादी या तो आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में शामिल हो जाएं या फिर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के लिए तैयार हो जाएं.
पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि पखवाड़े भर पहले 19 जुलाई को तिमेनार में भी मुठभेड़ में 8 माओवादी मारे गए थे. इसके अलावा 12 जुलाई को चिंतागुफा इलाके में भी 4 माओवादी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे.
इस साल सुरक्षाबलों ने बस्तर में अब तक 69 माओवादियों को मुठभेड़ में मारने का दावा किया है. इसके अलावा 667 संदिग्ध माओवादियों को पुलिस ने गिरफ़्तार भी किया है.