असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर राज्यसभा में गुरुवार को भी तृणमूल कांग्रेस का हंगामा जारी रहा, जिससे सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक लिए स्थगित कर दी गई।
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए किसानों से संबंधित ‘कृषि उपज की न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ोतरी और चुनौतियों’ पर चर्चा कराने का प्रयास किया तो तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन अपने स्थान पर खड़े हो गए और एनआरसी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की। इस पर सभापति ने कहा कि पिछले 3 दिन से गृहमंत्री राजनाथ सिंह सदस्यों की आपत्तियों और आशंकाओं का जवाब देने के लिए सदन में आ रहे हैं, लेकिन उनको अवसर नहीं दिया जा रहा है। यह गृहमंत्री के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने इस मुद्दे पर अपना बयान सदन के पटल पर रखने की अनुमति मांगी है।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के डेरेक ओ’ ब्रायन ने जानना चाहा कि नियम 267 के तहत उनके नोटिस को सभापति ने क्यों खारिज कर दिया। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सदन गृहमंत्री को सुनना चाहता है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब अमित शाह को अपना भाषण पूरा नहीं करने दिया गया तो दूसरे सांसदों को इस मुद्दे पर कैसा सुना जा सकता है। इस बीच कांग्रेस सांसद अपनी जगह पर खड़े हो गए और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सभापति के आसन के समक्ष नारेबाजी करने लगे। हंगामे के बीच नायडू ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।