Home News शहर में खेल मैदानों की कमी, बावजदू एक और मैदान के अस्तित्व...

शहर में खेल मैदानों की कमी, बावजदू एक और मैदान के अस्तित्व मिटाने की कोशिश

16
0

शहर में बढ़ते विकास के साथ- साथ लगातार बच्चों को खेलने के लिये मैदानों के भारी कमी हो गई है और इस कमी के बाद भी एक और मैदान को समाप्त करने की कोशिश का विरोध स्कूली छात्रों ने किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दिनों स्थानीय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय या बस्तर हाईस्कूल के नाम से पुकारे जाने वाले स्कूल के अंतर्गत आने वाले मैदान में एक विशाल प्रेक्षागृह बनाने की कोशिश का विद्यालय में पढऩे वाले सैकड़ों विद्यार्थियों ने भारी आक्रोश देखा जा रहा है।

इन विद्यार्थियों का कहना है कि जब शहर में खेल मैदानों की कमी देखी जा रही है और सडक़ों पर भी यातायात का दबाव बढ़ गया है तो उनके पास खेलने के लिये कोई मैदान ही नहीं बचा है। ऐसे में इस प्रेक्षागृह के बन जाने से उनके पास खेलने के लिये कोई मैदान ही नहीं बचेगा। उल्लेखनीय है कि बस्तर हाईस्कूल संभाग का एक ऐतिहासिक स्कूल है और इस स्कूल में छठवीं से बारहवीं तक की 21 कक्षाएं लगती हैं और प्रतिवर्ष इसकी दर्ज संख्या एक हजार से ऊपर ही होती है।

इस स्कूल के पास के परिसर में बच्चों के खेलने के लिये एक मात्र ही मैदान है यदि प्रेक्षागृह बना दिया जाता है तो यह मैदान भी समाप्त हो जायेगा और पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिये तथा शहर के बच्चों के लिये कोई मैदान ही पास में नहीं रहेगा। जबकि इसी मैदान पर आज उत्सव के अवसर पर कई आयोजन प्रदर्शनी सहित होते हैं। प्रेक्षागृह बनाने के लिये लोक निर्माण विभाग तत्पर हो चुका है और मैदान में निर्माण कार्य के लिये गड्ढे किये जा रहे हैं।

इस संबंध में बस्तर हाईस्कूल की प्राचार्या द्वारा जिला प्रशासन को उत्पन्न समस्या के बारे में अवगत कराया गया है साथ ही छात्रों के लिये बचे इस मैदान को बचाने सामने आये विद्यार्थियों के आक्रोश के बारे में जानकारी दे रही है। इस संबंध में यह भी विशेष तथ्य है कि समीप ही स्थित महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला में भी कोई खेल का मैदान नहीं है और कन्याओं की खेल स्पर्धा भी इसी मैदान में आयोजित करायी जाती है। इसीलिए छात्र और छात्राओं दोनों का ही इस संबंध में जिला प्रशासन से आग्रह है कि वे अपनी कार्रवाई कर इस मैदान को नष्ट होने से बचायें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here