पश्चिमी सिंहभूम के पोड़ाहाट जंगल के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के दलकी व बलियाढीपा गांवों में नक्सलियों ने धावा बोल सड़क निर्माण में लगे 13 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सभी वाहन बासु इंटरप्राइजेज के थे, जो गोईलकेरा से मनोहरपुर तक 38 किमी सड़क निर्माण कार्य में लगे थे। घटना शुक्रवार रात दस से दो बजे के बीच की है।
इधर, घटना के 15 घंटों बाद शनिवार को एसपी मयूर पटेल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। वहीं, कंपनी के कर्मचारी चंद्रो बाबू ने किसी तरह की धमकी व लेवी मांगे जाने से इनकार किया है।
चार घंटों तक जमे रहे नक्सली, जलाते रहे वाहन
सूचना के अनुसार शुक्रवार रात सौ की संख्या में पहुंचे महिला-पुरुष नक्सलियों ने गोईलकेरा थाना क्षेत्र के बलिया ढीपा व दलकी चौक के पास सड़क निर्माण में लगे बासु एंटरप्राइजेज के 13 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों का रात दस बजे से शुरू हुआ उत्पात देर रात दो बजे तक चलता रहा। सभी वाहनों को जलाने के बाद नक्सली रात दो बजे जंगल की ओर निकल गये।
सबसे पहले बलिया ढीपा में तीन हाईवा को जलाया
नक्सलियों ने शुक्रवार रात दस बजे सबसे पहले बलिया ढीपा गांव के पास खड़े तीन हाईवा को आग के हवाले कर दिया। घटना के समय गाड़ी के चालक समीप में बने चबूतरे के पास सो रहे थे। इसके बाद बलिया ढीपा से लगभग 500 मीटर की दूरी पर दलकी चौक के पास खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों ने दलकी चौक के पास खड़े पांच डंपर, एक लोडर, एक पोकलेन व तीन जेसीबी को एक-एक कर आग के हवाले कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद रात लगभग दो बजे नक्सली जंगल की ओर निकल गये।
टांगी व साबल से तेल टैंक को तोड़ लगाई आग
बताया जा रहा है कि हथियारों से लैस नक्सली अपने साथ टांगी व साबल भी लाये थे। उन्होंने सबसे पहले सभी गाड़ियों के कांच को तोड़ डाला। इसके बाद टांगी व साबल के सहारे वाहनों के टैंक को तोड़ तेल निकाला और एक-एक कर उसमें आग लगा दी।
घटना के समय हर घर के दरवाजे पर जमे थे नक्सली
घटना के समय बलिया ढीपा व दलकी गांवों के आसपास स्थित लगभग सभी 30 घरों के दरवाजे पर नक्सली जमे हुए थे। बताया जाता है कि आग व तोड़फोड़ की आवाज सुन लोगों ने जैसे ही घरों से निकलने की कोशिश की कि पहले से दरवाजे पर दो से तीन की संख्या में जमे नक्सलियों ने रोक लिया। जान मारने की धमकी देते हुए घरों में ही रहने की हिदायत दी। इसके बाद ग्रामीण घरों में ही दुबके रहे। इधर, घटना के बाद से ग्रामीणों में भय व्याप्त है।
नक्सलियों ने घटना स्थल की कर रखी थी घेराबंदी
वाहनों को जलाने के दौरान लगभग 100 की संख्या में मौजूद नक्सलियों ने घटनास्थल को पूरी तरह से घेर रखा था। इस दौरान नक्सली सड़क समेत आस पास के सभी इलाकों में फैले हुए थे।
किसी ने नहीं मांगी लेवी, नहीं दी धमकी
इधर, घटना को लेकर बासु एंटरप्राइजेज के कर्मचारी चंद्रो बाबू ने किसी तरह की लेवी मांगे जाने से साफ इनकार किया है। कहा, अबतक किसी ने कोई धमकी भी नहीं दी है। वहीं, दलकी के साइट इंचार्ज मधुसूदन ने कहा कि उनसे भी किसी ने लेवी नहीं मांगी है और न ही किसी प्रकार की धमकी दी गई है।
सुरेश मुंडा के दस्ते ने दिया घटना को अंजाम !
पोड़ाहाट में इतनी बड़ी संख्या में नक्सली कार्रवाई से पुलिस महकमे में एक बार फिर से खलबली मच गई है। वहीं, खबर है कि घटना को सुरेश मुंडा के दस्ते ने अंजाम दिया है। हालांकि, इसकी भी अबतक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
पोड़ाहाट में फिर से पांव जमाने की कोशिश
पोड़ाहाट क्षेत्र में नक्सली फिर से अपने पांव जमाने की कोशिश में लगे हैं। ये घटना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है। घटना को पुलिस लेवी से भी जोड़कर देख रही है, जबकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
यदि ये चुनौती है तो पुलिस इसे स्वीकार करती है
एसपीशनिवार को घटनास्थल पर जांच करने पहुंचे एसपी मयूर पटेल ने कहा कि पुलिस घटना के सभी बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है। घटना को लेकर कंपनी के लोगों से भी बातचीत की जायेगी, तभी लेवी को लेकर मामला स्पष्ट हो पायेगा। घटना को सुरेश मुंडा के दस्ते द्वारा अंजाम दिये जाने के सवाल पर कहा कि अभी इसकी पड़ताल जारी है। नक्सलियों द्वारा पुलिस को एक बड़ी चुनौती दिये जाने के सवाल पर कहा कि अगर ये चुनौती है तो पुलिस इसे स्वीकार करती है।