रायपुर: तहसीलदार-नायब तहसीलदारों का प्रदर्शन ख़त्म होने के बाद अब छत्तीसगढ़ का मितानिन संघ सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गया। सरकार के सामने उन्होंने तीन मांगे रखी हैं। इन तीन मांगों में मानदेय क्षतिपूर्ति में 50 प्रतिशत वृद्धि की मांग भी शामिल है। छत्तीसगढ़ की मितानिनें अपनी मांगो के साथ रायपुर के तूता धरना स्थल पर जुटे हुए है।
दरअसल छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य मितानिन संघ की तीन प्रमुख मांगे रही है। इनमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संविलयन, दूसरा मानदेय क्षतिपूर्ति में 50 प्रतिशत वृद्धि करना और किसी भी एनजीओ के साथ काम नहीं करने जैसे मांगे शामिल है। इन मांगों को पूरा कराने मितानिनें संभागस्तरीय धरना प्रदर्शन कर रही है।
मितानिन संघ का यह धरना पांच दिनों तक संभागीय स्तर पर जारी रहेगा। तय कार्यक्रम के मुताबिक कल रक्षाबंधन के दिन बिलासपुर संभाग, 10 अगस्त को सरगुजा संभाग और 11 अगस्त को बस्तर संभाग की महिलाएं प्रदर्शन करेंगी। प्रदेश में मितानिनों की संख्या करीब 72 हजार है। आज इनके मांगों को समर्थन देने धरना स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंचे हुए थे।