छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण थाना क्षेत्र स्थित मारजूम के जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने रविवार तड़के ऑपरेशन लॉच किया। फोर्स के जंगल में पहुंचने पर नक्सलियों ने धंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
सुरक्षा बलों ने भी मोर्चा खोला। पौन घंटे चली मुठभेड़ में नक्सलियों के पांव उखड़ गए। वह घने जंगलों का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे। सुरक्षा बलों ने यहां नक्सलियों का कैंप ध्वस्त कर दिया। कैंप से वायरलेस सेट भी बरामद किया गया है। समझा जा रहा है कि इस इलाके को नक्सलियों ने मिनी कंट्रोल रूम बना रखा था।
एएसपी नक्सल आपरेशन सूरज सिंह परिहार के मुताबिक मारजूम पहाड़ी के जंगल में रविवार की सुबह नक्सली एक बैठक कर रहे थे। इस दौरान फोर्स के पहुंचने पर मुठभेड़ शुरू हो गई। बैठक में नक्सली लीडर मंगतू व जगदीश की मौजूदगी की जानकारी मिली थी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार रविवार से नक्सलियों का शहीदी सप्ताह शुरू हुआ है। इसके एक दिन पहले मुठभेड़ में सात नक्सलियों के मारे जाने से नक्सल लीडर बौखलाहट में हैं। नक्सली लीडर मंगतू व जगदीश ने रविवार सुबह बैठक के लिए बड़े कैडर व लड़ाकों को पहाड़ी पर बुलाया था। वह बड़ी वारदात की योजना बनाने आए थे।
फोर्स वहां नक्सलियों के टेंट के करीब पहुंच गई थी तभी संतरी के साथ अन्य नक्सलियों ने फोर्स पर फायर खोल दिया। जवानों ने नक्सलियों के चार टेंट ध्वस्त किए। फायरिंग बंद होने के बाद सर्चिंग में वायरलेस सेट के अलावा नक्सल साहित्य और अन्य सामग्रियां बरामद हुई है।