पूर्वोत्तर राज्य असम में जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) अपना कहर बरपा रहा है। इससे चार और लोगों की मौत हो गई है। राज्य में इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा 101 हो गया है। इसकी जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने दी है।
इसमें बताया गया है कि शुक्रवार को उदलगुड़ी, बकसा, गोलाघाट और कार्बी आंगलोंग जिलों में एक-एक पीड़ित के मरने की खबर है। पीड़ितों का कई अस्पतालों में इलाज चल रहा था। बुलेटिन के मुताबिक, जेई के 13 नए मामले सामने आए हैं। इससे संक्रमितों की तादाद 439 हो गई है।
जापानी इंसेफलाइटिस एक मच्छर जनित बीमारी है, जो सीधे मस्तिष्क को प्रभावित करती है। जापानी इंसेफलाइटिस का वायरस सुअर, पानी में रहने वाले पक्षी, बकरी और मवेशियों में परजीवी के रूप में रहता है। सुअर इसका सबसे मुफीद आवास माना जाता है।
जापानी इंसेफलाइटिस वायरस का संक्रमण मादा क्यूलेक्स मच्छर के जरिए भी मनुष्यों तक पहुंचता है। भारत में इसका पहला मामला 1955 में दर्ज किया गया था। इस बीमारी में सिरदर्द, बुखार, अकड़न, मतिभ्रम, कंपकंपी, लकवा के साथ संतुलन बनाने में तकलीफ आदि लक्षण है।