बैलाडिला के नंदराज पहाड़ी में उत्खनन के लिए 2014 में हुए कथित फर्जी ग्रामसभा की जांच के लिए ग्रामीणों का बयान अब किरंदुल में लिया जाएगा। शुक्रवार को दंतेवाड़ा में बयान देने के लिए हिरोली से कोई ग्रामीण नहीं पहुंचा। इसके बाद जिला प्रशासन ने 16 जुलाई को किरंदुल के अंबेडकर भवन में बयान लेना तय किया है। प्रशासन ग्राम पंचायत हिरोली में ही 24 जून को बयान लेने पहुंची थी लेकिन सचिव का बयान पहले लेने की जिद करते ग्रामीणों ने बयान नहीं दिया। इसके बाद प्रशासन ने दंतेवाड़ा में बयान लेने के लिए ग्रामीणों को नोटिस जारी किया था।
उल्लेखनीय है कि बैलाडिला के निक्षेप क्रमांक 13 में उत्खनन के लिए 2014 में ग्रामसभा का आयोजन किया गया था। इसे फर्जी बताते व सरपंच के हस्ताक्षर को नकली कहते ग्रामीणों ने पिछले माह आंदोलन किया था। आठ दिन तक किरंदुल चेकपोस्ट के पास धरना प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान किरंदुल परियोजना में उत्खनन ठप रहा। इसके बाद शासन ने पहाड़ में हो रही कटाई पर तत्काल रोक लगाते कथित ग्रामसभा की जांच का आश्वासन दिया था। तब ग्रामीण आंदोलन से पीछे हटे थे। इधर प्रशासन ने 15 दिनों के भीतर जांच पूरी करने हिरोली में कैंप कर बयान देने ग्रामीणों को बुलाया लेकिन वहां ग्रामीण सभी के सामने पंचायत सचिव बसंत नायक के मौजूद होकर बयान देने की मांग की। इसी मांग के चलते 24 जून के बयान कार्यक्रम को स्थगित कर दंतेवाड़ा में 12 जुलाई को बुलाया गया था।