Home News जगदलपुर : जैपनीज इनफ्लाईटीस की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

जगदलपुर : जैपनीज इनफ्लाईटीस की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

29
0

 बस्तर जिले में जैपनीज इनफ्लाईटीस के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य अमले को अलर्ट कर दिया गया है। कलेक्टर डॉ. अय्याज तम्बोली ने जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के डॉक्टरों को जैपनीज इनफ्लाईटीस के लक्षण पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मेडिकल कॉलेज में जैपनीज इनफ्लाईटीस से पीडि़त मरीजों की जांच और उपचार की सम्पूर्ण व्यवस्था की गई है।

     उल्लेखनीय है कि जगदलपुर के डिमरापाल स्थित मेडिकल अस्पताल में कल चार वर्षीय बच्चा भवानी पिता श्री मंगलू की जैपनीज इनफ्लाईटीस से मृत्यु हो गई थी। यह बच्चा जिले के बकावण्ड विकासखण्ड के ग्राम चोलनार के छोटेमुण्डापारा का रहने वाला था। कलेक्टर डॉ. अय्याज तम्बोली ने बताया कि डिमरापाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती बच्चों की माईक्रोबायलॉजी डिपार्टमेंट में आईजीएम इलीसा केप्चर पद्धति से कल खून जांच की गई थी, जिसमें चार वर्षीय बच्चा भवानी के खून में जैपनीज इनफ्लाईटीस पॉजीटिव पाया गया। शेष दो बच्चों के खून में जैपनीज इनफ्लाईटीस पॉजीटिव नहीं पाया गया है। कलेक्टर ने बताया कि 20 जून को मरीज के गांव चोलनार के छोटेमुण्डापारा में कैम्प लगाकर सभी घरों के 88 व्यक्तियों की जांच की गई। डॉक्टरों ने उन 18 व्यक्तियों की भी विशेष रूप से जांच की, जो मरीज के सम्पर्क में आए थे। इन सभी में बुखार के कोई लक्षण नहीं पाया गया। छोटेमुण्डापारा के सभी घरों में क्यूलेक्स मच्छर मारने के लिए दवा का छिड़काव कराया गया है। ग्राम चोलनार के बाकी घरों और आसपास के गांवों में भी दवा का छिड़काव करने करने के निर्देश दिए गए हैं।

कमिश्नर और कलेक्टर ने किया चोलनार और उडि़यापाल का दौरा

कमिश्नर श्री अमृत कुमार खलखो और कलेक्टर डॉ. अय्याज तम्बोली ने शुक्रवार को मृतक बालक भवानी के गृह ग्राम चोलनार के घोड़ा मुंडापारा और उसके ननिहाल उडि़यापाल के दामागुड़ा पहुंचकर हालातों का जायजा लिया। अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को निरंतर क्षेत्र में रहकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य अधिकारियों को रात में भी क्षेत्र में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं।