जगदलपुर। बस्तर के बैलाडीला में 13 नंबर की खदान अडानी को देने का विरोध जारी है। आंदोलन का आज चौथा दिन है। रविवार को भी दिनभर संयुक्त पंचायत संघर्ष समिति के नेतृत्व में हजारों आदिवासी ठटऊउ के चेक पोस्ट में डटे रहे। वहीं आदिवासियों को समर्थन देने के लिए जेसीसीजे अध्यक्ष अजीत जोगी भी पहुंचे। मजदूर संगठन ने भी आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन दे दिया है। पारंपरिक लोकनृत्य करके आदिवासी दंतेवाड़ा जिले के बैलाडीला में खदान नंबर 13 के खनन का काम अडानी ग्रुप को देने का विरोध कर रहे हैं। आदिवासियों के आंदोलन को मजदूर संगठन का भी समर्थन मिल चुका है।
वहीं सियासी पार्टियां भी नफा-नुकसान टटोल रही हैं। इसी कड़ी में जेसीसीजे अध्यक्ष अजीत जोगी भी आदिवासियों के बीच पहुंचे, और इस मामले पर भाजपा के साथ ही कांग्रेस को भी घेरा। पूर्व सीएम अजीत जोगी ने पेट्टोड मेट्टा और नंदीराज पर्वत जाकर आदिवासी आस्था के प्रतीक की पूजा अर्चना भी की। जिस 13 नंबर खदान को लेकर आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं, उसमें अडानी ग्रुप की ओर से सड़क बनाने के लिए बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए और उसे जलाने की कोशिश भी की गई है। फिलहाल 6 खदान संचालित है, जिससे सरकार को सालाना हजारों करोड़ की कमाई होती है। फिलहाल इन खदानों में 10 प्रतिशत उत्खनन भी नहीं किया गया है। बावजूद इसके नये खदान खोले जाने पर सवाल उठ रहे हैं और अब आदिवासियों ने भी मोर्चा खोल दिया है।