छत्तीसगढ़ में धुर नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में नक्सल मोर्चे पर उतरीं दंतेश्वरी फाइटर्स यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की महिला सुपर-30 की कमांडोज ने अपनी जांबाजी का अध्याय लिखना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराने के बाद ये कमांडो नक्सल मोर्चे पर अब रात्रि गश्त पर भी निकलने लगी हैं। अत्याधुनिक हथियारों से लैस यह टीम हर परिस्थितियों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
जंगल में बाइक चलाने, दौड़ लगाने, युद्ध कौशल में माहिर इन कमांडोज के मोर्चे पर उतरने से नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में और धार आ गई है। तीस कमांडो वाली दंतेश्वरी फाइटर्स को जंगलवार कॉलेज में विशेष ट्रेनिंग दी गई है। इनमें शहीद जवानों की पत्नियां, आत्मसमर्पण कर चुकी महिला नक्सली व महिला गोपनीय सैनिक शामिल हैं। संभवतः देश में यह पहली महिला कमांडो की टीम है, जो नक्सल मोर्चे पर सर्चिंग के लिए रात में जंगल में उतर रही है।
फोर्स पर लगने वाले आरोपों से बचाव
पुलिस के आला अधिकारियों का मानना है कि सर्चिंग के दौरान फोर्स पर शोषण के आरोप भी लगते रहे हैं। टीम में महिला कमांडो के रहने से इस तरह के आरोपों से बचाव होगा। वहीं महिला नक्सलियों को पकड़ने में भी सुविधा होगी।
दंतेश्वरी फाइटर्स अब रात्रिकालीन गश्त पर पुरुषों के साथ जाने लगी हैं। वह आक्रामक रूप से नक्सल ऑपरेशन को सफल बनाना चाहती हैं। यह नारी सशक्तीकरण का शानदार उदाहरण भी है। – डॉ. अभिषेक पल्लव, एसपी दंतेवाड़ा