शहर में पर्यावरण और सौंदर्य बढ़ाने के लिए पूर्व में निर्मित किये गये बगीचों पर अब निगम की कृपा दृष्टि होने वाली है और न केवल ये सुंदर तरीके से संवारे जायेंगे वरन इनकी देख-रेख भी इन्हें संवारने वाले ठेकेदार पांच वर्ष तक करेंगे। निगम के आयुक्त ने इस संबंध में बताया कि तालाब और बगीचों का जीर्णोद्धार करने वाले ठेकेदारों को बगीचों को संवारने की भी जिम्मेदारी अगले पांच वर्ष तक करने के लिए सौंपी जा रही है। उल्लेखनीय है कि शहर में वर्तमान में आठ बगीचे अस्तित्व में हैं और ये सभी बगीचे अभी तक निगम की उपेक्षा से सौंदर्य से दूर होकर लोगों को चिढ़ा रहे हैं। आठ बगीचों में शहीद पार्क, गंगामुंडा पार्क, सुभाष पार्क, बसंत वाटिका, लक्ष्मीनारायण पार्क व लालबाग सहित वृदावन पार्क सम्मिलित हैं। इन बगीचों को संवारने के लिए बार-बार नागरिकों ने आवाज उठाई थी। इसी के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। इस संबंध में आयुक्त नगर निगम एनआर चंद्राकर ने मंगलवार को जानकारी दी कि पार्कों के संबंध में उन्हें शिकायतें प्राप्त हुई और इसके बाद उन्होंने इसे प्रमुखता से लेते हुए अधिकारियों को वहां की व्यवस्था दूरूस्त करने के लिए कहा। इसके लिए गंगामुंडा, शहीद पार्क सहित अन्य पार्कों में असुरक्षा की भावना दूर करने के लिए उचित वातावरण बनाया जायेगा और बगीचों में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी की जायेगी, साथ ही स्ट्रीट लाईटों का भी प्रबंध उचित तरीके से किया जायेगा।