Home News कांग्रेस में बढ़ी सत्ता और संगठन के बीच दूरी

कांग्रेस में बढ़ी सत्ता और संगठन के बीच दूरी

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विधानसभा चुनाव में आम जनमानस ने बदलाव के लिए 15 वर्षों से प्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा को छत्तीसगढ़ की सत्ता से बाहर कर कांग्रेस के पक्ष में अपना मत देकर सरकार बनाने का जनादेश दिया है। इसे आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कितना कायम रख पाती है, यह तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा। लेकिन सूरजपुर जिले में कांग्रेस सत्ता और संगठन के बीच बंटकर जरूर रह गई है। यह बात विपक्ष में रहने के दौरान कांग्रेस के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता कह रहे हैं ।जिले में स्थिति ऐसी बनी हुई है, जिसे देख सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस संगठन के जमीनी कार्यकर्ताओं की पूछ परख ना के बराबर रह गई है। जो आने वाले दिनों में कांग्रेस के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मानें तो वर्तमान में उनकी मेहनत के बदौलत जो विधायक और मंत्री बने हैं। वह अब ऐसे लोगों के बीच है जो भाजपा सरकार के दौरान कांग्रेस में रहते हुए भी भाजपा के लिए काम करते थे। अब वे कांग्रेस की सरकार में शासकीय कार्यक्रमों सहित जिला से लेकर विकासखंड स्तर के शासकीय महकमों में सुबह शाम दिखते हैं।

वहीं जमीनी कार्यकर्ता खुद को अब उपेक्षित महसूस करने लगे हैं। इसके लिए कांग्रेस के संगठन पदाधिकारियों का पक्ष जानने के लिए जब जिले के संगठन प्रभारी शफी अहमद से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाईल बंद था। सूरजपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष बिंदेश्वर शरण सिंह देव से चर्चा कि गई तो उन्होंने कहा कि सत्ता व संगठन एक दूसरे के पूरक हैं। सभी को साथ लेकर लोकसभा चुनाव में कार्य करेंगे।

अगर कार्यकर्ता कहीं भी खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हो तो पार्टी फोरम के बीच अपनी समस्या को बताएं। उनकी समस्याएं सबसे पहले दूर करना प्राथमिकता होगी और जन घोषणा पत्र में किए गए वादों से लोगों को मिले लाभ और उनके विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं से रूबरू कराना लक्ष्य है । पार्टी में किसी भी प्रकार से मतभेद नहीं है । सभी को साथ लेकर चलना ही उनकी प्राथमिकता है और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के निर्देशों का अमल करते हुए कार्य करना है।

वहीं भाजपा में चुनाव के दौरान करारी हार के बाद कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने के लिए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सहित प्रदेश के तमाम दिग्गज सूरजपुर में संभागीय स्तर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। हतोत्साहित पड़े भाजपा संगठन को यह कितनी संजीवनी देती है, यह भी आने वाले समय में दिलचस्प जरूर होगा। विधानसभा चुनाव में पराजय का स्वाद चख चुकी भारतीय जनता पार्टी फूंक-फूंक कर कदम रखने की तर्ज पर लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। बताया गया है कि 1 मार्च को यहां संभाग स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।

उक्त सम्मेलन स्टेडियम ग्राउण्ड में आयोजित किया गया है। जिसमें संभाग भर के कार्यकर्ताओं को हार की निराशा से उबार कर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने के लिए टिप्स दिए जाएंगे। संभाग स्तरीय सम्मेलन की तैयारियों को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अजजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, सरगुजा सांसद कमलभान सिंह, कोरबा सांसद बंशीलाल महतो, राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव समेत प्रदेश के पूर्व मंत्री व पूर्व विधायको एवं प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस संबंध में सरगुजा संसदीय सीट के लोकसभा चुनाव संयोजक भीमसेन अग्रवाल ने बताया कि इस सम्मेलन में सरगुजा संभाग अंतर्गत सूरजपुर, अंबिकापुर, बलरामपुर, कोरिया और जशपुर जिले के जिला पदाधिकारियों से लेकर बूथ स्तर के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल होंगे। कार्यकर्ता सम्मेलन के सफल आयोजन की दृष्टि से सरगुजा संसदीय क्षेत्र के प्रभारी राम प्रताप सिंह, संयोजक भीमसेन अग्रवाल, सहसंयोजक अनुराग सिंह देव, पूर्व विधायक रेणुका सिंह, जिलाध्यक्ष रामकृपाल साहू, जिला महामंत्री मुरली मनोहर सोनी, मंडल अध्यक्ष मुकेश गर्ग, नगर पालिका उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, पार्षद सुशील जैन, विजय राजवाड़े, संत सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता मंगलवार सुबह से ही स्टेडियम पहुंचकर तैयारियों का जायजा लेने में लगें हुए हैं।

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