कलेक्टर श्री भोस्कर विलास संदीपान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रोरेट के सभाकक्ष में जिले के सभी राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। उन्होनें कहा कि राजस्व विभाग जिला प्रषासन की रीढ़ की हडडी है। प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी जमीन से जुडा होता है इसलिये जमीन से जुडे सभी मामले में न्याय पूर्वक निर्णय लेना चाहिए। फरियादी को न्याय न मिलना मानवता के खिलाफ अपराध होगा। उन्होनें राजस्व अधिकारियों से कहा कि हमेषा रचनात्मक कार्य करे इससे किसी भी राज्य एवं देष का विकास होता है।
बैठक में कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से राजस्व प्रकरणों के सभी दर्ज निराकृत एवं लंबित प्रकरणों की स्थिति, अपील प्रकरणों की जानकारी, पुनरीक्षण, व्यपवर्तन, विवादित-अविवादित नामांतरण, बटवारा, बंदोबस्त, त्रुटि सुधार, षासकीय भूमि का अतिक्रमण, भू-अर्जन प्रकरण, धारा 170 के मामले, भूमि हस्तांतरण, लोक सेवा केन्द्र में आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र के संबंध में चर्चा कर यथाषीध्र निराकरण के निर्देष दिये। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन हेतु कृशको की सूची, भूईया के प्रतिवेदन ग्रामवार प्राप्त कर ग्राम पंचायत में उसका प्रकाषन एवं दावा-आपत्ति किया जाना है तथा किसानों का घोशणा पत्र भरकर सत्यापन करना है। तत्पष्चात् पीएम किसान पोर्टल मे ंतहसीलदार की आई-डी द्वारा अपलोड करने के निर्देष दिये। कलेक्टर ने जिले के राजस्व विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों से अचल सम्पत्ति का विवरण एक माह के अंदर जमा करने को कहा है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री आर0ए0कुरूवंषी, सभी अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।