विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान राजनांदगांव जिले के ढोलपिट्टा गांव की चर्चा हुई। पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि गांव में बैगा आदिवासियों के 29 परिवार रहते हैं। सरकार ने वहां हर परिवार के लिए एक-एक बोर खनन कराया है।
उन्होंने कहा कि यह जानकर सुखद आश्चर्य हुआ कि वहां की जमीन अब दो फसली हो गई है। इतना ही नहीं 141 एकड़ में लिंक फैंसिंग की गई है। उन्होंने कहा कि मैं खुद उस गांव में जाना चाहता हूं और जरूर जाऊंगा। सिंहदेव ने सदन में सवाल उठाने वाले जकांछ विधायक देवव्रत सिंह को भी साथ चलने का न्योता दिया।
सदन में ढोलपिट्टा गांव की चर्चा देवव्रत सिंह के एक सवाल के कारण हुई। सिंह ने मंत्री से जानना चाहा कि गांव में विकास कार्य, आवास, कृषि, सिंचाई व पेयजल के लिए कितनी राशि खर्च की गई। इस पर पंचायत मंत्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 में वहां करीब 181.04 लाख और 2018-19 में 98.359 लाख स्र्पये स्वीकृत किए गए हैं। इसके बाद उन्होंने विभाग से गांव के विकास को लेकर मिली जानकारी सदन में साझा करते हुए कहा कि मैं वहां जस्र्र जाऊंगा।