कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 16 फरवरी को छत्तीसगढ़ के बस्तर प्रवास पर आ रहे हैं। वे यहां लोहांडीगुडा के धूरगुडा में टाटा कंपनी द्वारा 11 साल पहले किसानों से अधिग्रहित की गई जमीन का पट्टा वापस बांटेंगे। यहां टाटा द्वारा इस्पात संयंत्र की स्थापना की जानी थी, लेकिन बाद में कंपनी ने इस परियोजना में रूचि नहीं दिखाई। इससे किसानों का उनकी जमीन से मालिकाना हक छिन गया था।
बहुत से किसानों को अब तक मुआवजा भी नहीं मिला था। राज्य में कांग्रेस की सराकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में ही किसानों की जमीन उन्हें कंपनी से वापस दिलाने का निर्णय लिया गया था। अब राहुल गांधी स्वयं यहां आकर अपने हाथों से प्रभावित किसानों को उनकी जमीन का पट्टा सौंपेंगे।
1707 किसानों को वापस मिलेगा जमीन का मालिकाना हक
लोहांडीगुडा के आस पास के 10 गांवों के क्षेत्र में साल 2008 में टाटा ने इस्पात संयंत्र की स्थापना का प्रोजेक्ट तैयार किया था। 1707 किसानों की 1764 हैक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हुई थी। इनमें से 1145 किसानों की करीब साढ़े 11 सौ हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की कार्रवाई हो गई थी और 562 किसानों ने मुआवजा नहीं लिया था।
छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम द्वारा जमीन अधिग्रहित की गई थी और टाटा को इसे सौंपा नहीं गया था। टाटा ने प्लांट की स्थापना की कवायद में यहां सोशल वेलफेयर और मुआवजे के रूप में करीब 80 करोड़ रुपये खर्च भी किए थे, लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से टाटा कंपनी ने इस परियोजना में रूचि दिखाना छोड़ दिया।
इसके बाद से यहां विकास का काम पूरी तरह ठप पड़ गया था। हालांकि गांव के लोक यहां अब तक काबिज हैं, लेकिन उनकी जमीन से उनका मालिकाना हक छिन गया था। अब पट्टा मिलने के बाद फिर से वे अपनी जमीन के मालिक बन जाएंगे।
मक्का प्रोसेसिंग प्लांट की होगी स्थापना
राज्य में कांग्रेस की सरकार आर्थिक विकास के लिए खेती के विकास पर फोकस कर रही है। इसी कड़ी में लोहांडीगुडा क्षेत्र में मक्का प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की जाएगी। 16 फरवरी को राहुल गांधी इस प्लांट की स्थापना के लिए आधारशिला रखेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके साथ होंगे। क्षेत्र में मक्के की फसल की अच्छी संभावनाएं हैं और इसे देखते हुए राज्य सरकार ने यहां मक्का प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना का निर्णय लिया है। इस प्लांट में मक्के को प्रोसेस कर उससे कॉर्न फ्लैक्स और अन्य फूड प्रोडक्ट तैयार किए जाएंगे।