पत्रकारों की समस्याओं को जल्द सुरक्षा-सम्मान नहीं मिला तो प्रदेश में महाधरना होगा। छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अवस्थी ने बुधवार को विज्ञप्ति जारी कर पत्रकारों पर हो रहे हमलों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र के चौथे स्तम्भ पर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा अपमानित करने, मारपीट करने, प्रताड़ित करने की घटनाएं लगातार हो रही हैं जो निंदनीय हैं, इसका एक जुटता से मुकाबला करना होगा। भाजपा कार्यालय में रायपुर के पत्रकार साथी के साथ मारपीट हुई तो दूसरी ओर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जांजगीर के साथियों का अपमान किया गया। ये घोर निंदनीय व पीड़ा दायक है। दोनों ही पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर इन घटनाओं पर रोक लगाने व दोषियों पर कार्रवाई करने आग्रह किया जाएगा। साथ ही प्रदेश में सैकड़ों साथियों के खिलाफ दर्ज झूठे प्रकरणों के खात्मा के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया था। चूंकि पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की प्रक्रिया में विलंब हो सकता है, इसलिए पूर्व में दी गई उच्चस्तरीय जांच की व्यवस्था के माध्यम से पत्रकार साथियों को राहत दी जाए।
स्मार्ट कार्ड में 70 हजार तक इलाज की घोषणा की गई थी, उसको अमल करने, तहसील स्तर पर व मासिक साप्ताहिक के सम्पादकों को अधिमान्यता देने, भूमिहीन पत्रकारों को भूमि दिलाने जैसे कई समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री से मांग की गई थी। संचालक जनसम्पर्क को भी पत्र दिया जा चुका है त्वरित कार्रवाई नहीं होने पर बजट सत्र या उसके बाद प्रदेश के पत्रकार साथी धरना प्रदर्शन करने बाध्य होंगे। वर्तमान में जारी प्रेस क्लब के प्रदर्शन का भी समर्थन देते हुए हमारे साथी विभिन्न स्थानों पर ज्ञापन, धरना कर साथ दे रहे हैं। अंत में श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अवस्थी ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर संघ से पदाधिकारियों की बैठक के बाद आंदोलन की रणनीति बनाकर विशाल धरना दिया जाएगा, जिसमें सभी जिलों से पत्रकार साथी शामिल होंगे।