कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बस्तर पहुंचने और कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने की अनुमति नही मिल पाने की वजह से नाराजगी देखी गई। कुछ कार्यकर्ता एयरपोर्ट के अंदर जाने के लिए मुख्य द्वार पर खड़े मिले। जब उनसे बाहर खड़े की वजह पूछी गई तो उन्होंने प्रोटोकॉल में उनका नाम नही की बात कहते हुए उदास मन से चले गए।
बता दें राहुल गांधी ओड़िसा के भवानीपटनम में एक आमसभा को संबोधित करने के लिए दिल्ली से बुधवार की सुबह रवाना हुए। तय कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी निजी विमान से जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां राहुल गांधी का सिर्फ कुछ मिनटों के लिए रुकने का कार्यक्रम तय था। इस दौरान उनको बस्तर के सभी कांग्रेसी विधायक और पदाधिकारियों से मिलना तय किया गया था। इसके लिए सभी विधायकों तथा पदाधिकारियों के विशेष तौर से आईडी कार्ड जारी किया गया। राहुल गांधी की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ चुनिंदा लोगों को ही यह कार्ड जारी किया गया। इसके चलते पार्टी के लिए जमीनी स्तर में काम करने वाले कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी से मिलने की अनुमति नही मिल पाई। इसके चलते कार्यकर्ताओं में रोष साफ देखने को मिला। एयरपोर्ट के मुख्य द्वार पर खड़े कुछ कार्यकर्ताओं से बाहर खड़े की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल में उनका नाम सम्मलित नहीं होने के कारण उन्हें बाहर ही रोक दिया गया है। इस बात से नाराज मुख्य द्वार के बाहर खड़े जगदलपुर नगर निगम के एमआईसी सदस्य राजेश चौधरी ने कहा कि प्रोटोकॉल का नियम अनुसार उनका नाम भी सूची में होना चाहिए था, लेकिन किस वजह से उनका नाम सूची में शामिल नही किया गया इसकी जानकारी उन्हें नही है। बातचीत करने के बाद वहां खड़े कांग्रेसी कार्यकर्ता उदास होकर वापस लौट गए।