
जिला प्रशासन ने शुक्रवार को “अबूझमाड़ पीस मैराथन” का आयोजन किया गया, जहाँ भारत समेत छः देशों के धावकों ने अपना किस्मत आजमाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक चंदन कश्यम ने जिला मुख्यालय स्थित शासकीय हॉई स्कूल मैदान में सवेरे 7.40 मिनट पर हरी झण्डी दिखाकर दौड़ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कमिश्नर बस्तर संभाग धनंजय देवांगन, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेज विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, कलेक्टर नारायणुर पदुम सिंह एल्मा, पुलिस अधीक्षक सुकमा जितेन्द्र शुक्ल और पुलिस अधीक्षक नारायणपुर आई.के. एलिसेला की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्र में विधायक चंदन कश्यप ने कहा कि आदिम संस्कृति की संरक्षण स्थली अबूझमाड़ का विश्व स्तर पर एक सकारात्मक पहचान बने, अबूझमाड़ में आतंक नहीं आनंद हो, अबूझमाड़ में विकास के नए कीर्तिमान गढ़े जाए, अबूझमाड़ में शांति हो इसी उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौड़ में 18 राज्यों के लगभग तीन हजार से ज्यादा धावकों जिसमें चार विदेशी धावकों को पीछे छोड़ केनिया देश के मोजेश ने बाजी मारी । उन्होंने इक्कीस किलोमीटर की इस दौड़ को 01 घंटा 10 मिनट में पूरी की। वहीं महिला वर्ग में उत्तर प्रदेश का दबदबा रहा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की कुमारी डिंपल सिंह ने 2 घंटा 22 मिनट में फिनिस लाईन टच कर प्रथम खिताब अपने नाम किया। पुरूष वर्ग में दूसरे स्थान पर उत्तराखण्ड के हरसिंह रहे, उन्होंने अपनी मैराथन दौड़ 1 घंटा 13 मिनट में पूरी की। इधर तृतीय स्थान पर राजस्थान के गोविंद सिंह रहे। उन्होंने अपनी दौड़ 1 घंटा 15 मिनट में पूरी की। महिला वर्ग में दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल की कुमारी श्यामल सिंह रही। उन्होंने 2 घंटा का समय लिया। तीसरा स्थान पर रही उत्तरप्रदेश की ही कु. रीनू ने दौड़ पूरी करने में 2 घंटा 28 मिनट का वक्त लिया।
मोहला-मानपुर (छत्तीसगढ़) के पुकेश्वर लाल ने सातवा स्थान प्राप्त किया। इस मैराथन दौड़ में छत्तीसगढ़ समेत 18 राज्यों और चार विदेशी के धावकों ने हिस्सा लिया। इसी प्रकार 7 किलोमीटर की रन फॉर फन दौड़ में लगभग एक हजार लोगों ने हिस्सा लिया। यह दौड़ जिला मुख्यालय नारायणपुर के मुख्य चौक चौराहों से हाई स्कूल के खेल मैदान पर फिनिस हुई । इस प्रकार दोनों दौड़ों में 4 हजार 80 लोग शामिल हुए। इन सभी ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था। पुरूष और महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दोनों विजेताओं को मैराथन ट्राफी, प्रशस्ति पत्र और एक-एक लाख रूपये का चेक देकर सम्मानित किया गया। ऐसी गाड़िया छोड़ बड़े अधिकारी भी दौड़े शांति की दौड़
अक्सर बड़े अधिकारियों को ऐसी गाड़ियों में घूमते देखना आम बात है परन्तु ऐसी गाड़िया छोड़ बड़े अधिकारीयों ने भी शांति के लिए दौड़ लगाई। पुलिस अधीक्षक सुकमा जितेन्द्र शुक्ल ने 1 घंटा 45 मिनट, पुलिस महानिदेशक बस्तर विवेकानन्द सिन्हा ने 1 घंटा 58 मिनट में तो वहीं नाराणपुर कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने 1 घंटा 59 मिनट सैकड़ों धावको को पीछे छोड़ दौड़ पूरी की। शुक्रवार की सुबह नारायणपुर से बासिंग तक दौड़ते हुए पैरा की मधुर आवाज सुनाई दे रही थी। नारायणपुर वासियों ने सभी धावकों का जोरदार स्वागत किया। रास्ते को बैलून और बेनों पोस्टर से सजाया गया था। नागरिकों ने धावकों का तालियां बजाकर उत्सावर्धन किया।