कोरिया जिले के भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में एक गांव ऐसा भी है जो घने जंगलों के बीच में है। इस गांव में एकमात्र घर है जहां एक परिवार के तीन लोग रहते हैं। खेती बाड़ी और घर के कामकाज के लिए एक नौकर भी है। चार लोगों को मतदान कराने पूरी पोलिंग पार्टी जाएगी।
आयोग के निर्देश पर गांव में पोलिंग बूथ बनाया गया है। सामान्य मतदान केंद्रों में मतदान के लिए जो प्रक्रिया अपनाई जाती है वह पूरी प्रक्रिया चार मतदाताओं वाले गांव में भी अपनाई जाएगी ।
राजस्व रिकार्ड में है वीरान गांव
राजस्व रिकॉर्ड में यह वीरान गांव है। गांव में एक परिवार वर्षों से निवास कर रहा है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले बैगा आदिवासी परिवार रहता है। जोन इंचार्ज आरएस भट्टाचार्य ने बताया कि आयोग की गाइड लाइन के अनुसार वीरान गांव सेराडांड में मतदान केंद्र का गठन किया गया है।
बैगा आदिवासी देवराज चेरवा का परिवार यहां रहता है। परिवार में तीन सदस्य हैं । एक नौकर भी है। सेराडांड की मतदाता सूची में चारों का नाम है। लिहाजा यहां मतदान केंद्र का गठन किया गया है। मतदान के लिए पोलिंग पार्टी जाएगी। मतदान के 48 घंटे पहले पोलिंग पार्टी आएगी।
छह किमी ट्रैक्टर फिर इतना ही चलना होगा पैदल
चार लोगों के लिए घने जंगलों के बीच स्थित ग्राम सेराडांड में मतदान कराने के लिए पोलिंग पार्टी भेजी जाएगी । पोलिंग पार्टी के लिए ट्रैक्टर की व्यवस्था की जाएगी। छह किलोमीटर तक ट्रैक्टर की सवारी के बाद मतदान दल को सामग्री को सिर पर लादकर छह किलोमीटर पैदल चलकर सेराडंाड पहुंचना होगा ।
टेंट लगाकर बनाएंगे पोलिंग बूथ
चार मतदाताओं के मतदान के लिए जंगल में ही ग्रामीणों के मकान से 100 मीटर से दूर टेंट लगाया जाएगा। मतदान के बाद निर्धारित तिथि तक पोलिंग पार्टी स्र्की रहेगी । उसके बाद वहां से रवाना होगी ।