Home News chhatisgarh : सुकमा में सुरक्षाबलों-नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एक नक्सली के मारे...

chhatisgarh : सुकमा में सुरक्षाबलों-नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एक नक्सली के मारे जाने की खबर…

28
0

chhatisgarh : सुकमा में सुरक्षाबलों-नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एक नक्सली के मारे जाने की खबर…

सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. इस मुठभेड़ में एक नक्सली के मारे जाने की खबर है. यह एनकाउंटर सलातोंग इलाके में हो रही है. जानकारी के मुताबिक, दोनों ओर से फायरिंग जारी है. सलातोंग में जवानों और माओवादियों के बीच एनकाउंटर उस वक्त हुआ, जब डीआरजी जवान सर्चिंग पर निकले थे. मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों को गोली लगने की भी खबर है. नक्सलियों की गोलीबारी का डीआरजी जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. एसपी किरण चव्हाण ने की इस मुठभेड़ की पुष्टि की है. बता दें, सुकमा के कई इलाके घोर नक्सली क्षेत्रों में आते हैं. यहां आए दिन सुरक्षाबलों की माओवादियों से मुठभेड़ होती रहती है. इसी महीने 1 अप्रैल को जवानों और माओवादियों के बीच टेटमड़गु इलाके में एनकाउंटर हुआ था. मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई थी जब डीआरजी और कोबरा 208-204 बटालियन के जवान सर्चिंग पर निकले थे. उन्हें देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. इस फायरिंग के जवाब में जवानों ने भी गोलियां चलाईं थीं. इस मुठभेड़ में भी एक नक्सली मारा गया था. सुरक्षाबलों को मौके से भारी मात्रा में हथियार और नक्सल सामग्री मिली थी. इलाके में जवानों की सर्चिंग जारी है. इसी साल फरवरी के आखिरी हफ्ते में भी जिले के बुरकलांका इलाके में डीआरजी जवानों की माओवादियों के सथ मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को मार गिराया था.

कांकेर में ढेर हुए थे 29 नक्सली
इसी तरह 16 अप्रैल को कांकेर में बड़ा नक्सली एनकाउंटर हुआ था. सुरक्षाबलों-नक्ललियों के बीच मुठभेड़ में 29 नक्सली ढेर हो गए थे. ये मुठभेड़ इतनी बड़ी थी कि जवानों के लिए अतिरिक्त फोर्स भेजी गई थी. यहां से सुरक्षाबलों को AK-47 सहित बड़ी संख्या में ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुए थे. इस दौरान मारे गए नक्सलियों में टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव भी मारा गया था. उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था. कांकेर जिले में पिछले महीने 3 मार्च को भी हिदूर इलाके में मुठभेड़ हुई थी. हिदुर के जंगल में हुई इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया था. जवान का नाम बस्तर फाइटर्स आरक्षक रमेश कुरेठी था. सुरक्षाबलों को यहां से एक माओवादी के शव के साथ AK-47 मिली थी. जानकारी के मुताबिक, यह मुठभेड़ उस वक्त हुई थी जब जवान हिदूर के जंगल में सर्चिंग के लिए निकले थे. वे अंदरूनी इलाके में पहुंचे ही थे कि नक्सलियों ने फायरिंग कर दी थी. यह मुठभेड़ करीब एक घंटे तक चली थी.