”Lok Sabha Election 2024; पहले चरण में आज जहां हो रही वोटिंग, जानिए वहां पिछली बार किसे मिली थी जीत”
”देश में आज लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान हो रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान समेत देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले चरण के तहत 102 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं।”
”पहले चरण में अपना भाग्य आजमाने के लिए 1,600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें से 134 महिला और 1,491 पुरुष उम्मीदवार मैदान में हैं। आज के मतदान का रिजल्ट तो 4 जून को आएगा, लेकिन क्या आपको पता है कि पिछली बार इन सीटों पर कौन जीता था।”
”पिछली बार किस पार्टी को कितनी सीटें मिली थीं”
”इन सीटों पर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो पता चलेगा कि इनमें से भाजपा ने 40, कांग्रेस ने 15 और द्रमुक ने 24 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 9 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें कांग्रेस और भाजपा का किला माना जाता है।”
”इन सीटों पर लगातार तीन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस या भाजपा ने जीत दर्ज की है। तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। भाजपा 2019 में इनमें से एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी। ऐसे में उसके लिए यहां की सीटों को अपने हिस्से में करना बड़ी चुनौती है।”
”2019 के लोकसभा चुनाव में इन 102 सीटों में से 40 फीसदी के करीब सीटें भाजपा ने जबकि 15 फीसदी के करीब सीटें कांग्रेस ने अपने पाले में किया था। हालांकि, गठबंधन के लिहाज से इन लोकसभा चुनाव के नतीजों पर तब गौर करें तो एनडीए और इंडिया गठबंधन का शेयर उस चुनाव में कमोबेश बराबर ही था।”
पार्टी | लोकसभा सीट |
भाजपा | 40 |
द्रमुक | 15 |
कांग्रेस | 24 |
”ज्यादा सीटों पर लड़ रही बीजेपी”
”2019 के लोकसभा चुनाव में इन 102 सीटों में से भाजपा ने 60 पर और कांग्रेस ने 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे। ऐसे में इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जहां 102 में से ज्यादा सीटों पर 2019 की तुलना में उम्मीदवार उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने पिछले चुनाव के मुकाबले कम सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।”
”पिछली बार कई सीटों पर करीबी था मुकाबला”
”इन 102 सीटों में 53 ऐसी सीटें हैं, जिन पर 2019 में जीत-हार का अंतर 20 प्रतिशत से भी कम वोटों का था। जबकि, 8 ऐसी सीटें थी, जिनमें उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर व सहारनपुर सीट, अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप, नागालैंड, मिजोरम और तमिलनाडु शामिल हैं, जहां जीत-हार का अंतर 2 फीसदी से भी कम था।”