कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को छत्तीसगढ़ के भिलाई के जयंती स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय महिला समृद्धि सम्मेलन में शामिल होने पहुंचीं. रायपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनका स्वागत किया.
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्टेडियम के स्टॉल में मौजूद स्व सहायता समूह की महिलाओं के साथ सेल्फी ली. प्रियंका गांधी को अपने बीच देखकर महिलाएं काफी खुश हुईं.
भिलाई में कार्यक्रम के दौरान प्रियंका गांधी ने हमर लैब के स्टाल का डिस्प्ले देखा. हमर लैब के माध्यम से 55 टेस्ट निशुल्क किए जा रहे हैं. इसमें से ऐसे बहुत से टेस्ट हैं, जिनकी सुविधा केवल महानगरों में उपलब्ध होती है. उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के इस पहल की प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक का स्टाल भी देखा. इसके माध्यम से हाट बाजारों में इलाज और निशुल्क जांच भी हो रही है. छत्तीसगढ़ में परंपरा यह है कि लोग साप्ताहिक हाटबाजारों में जाते हैं और वहीं से इनका इलाज भी हो जाता है.उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रूप से ही बीमारियों को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ शासन की पहल बहुत अच्छी है.
भिलाई में प्रियंका गांधी ने किया सुवा नाच भी किया. बता दें कि छत्तीसगढ़ में सुवा नाच बेहद लोकप्रिय है. दीपावली के आसपास सुवा को एक टोकरी में रखकर महिलाएं यह नृत्य करती हैं. इसके माध्यम से वे अपने सुखदुख साझा करती हैं. सुवा गीत के माध्यम से वे अपनी आवाज की भी अभिव्यक्ति करती हैं और अपने समय के समाज के बारे में भी बताती हैं. तोते के जैसे हरे वस्त्रों में समूह में किया गया यह नृत्य बेहद आकर्षक होता है. प्रियंका गांधी ने जब यह नृत्य देखा तो वे भी सुवा नर्तकों के साथ समूह में शामिल हो गईं और साथ ही थिरकने लगीं.
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत छत्तीसगढ़ी से की. उन्होंने कहा, ‘दूर-दूर से दाई दीदी बहिनी मन ल जोहार! उन्होंने कहा कि मैंने बचपन में पिट्ठुल, गिल्ली डंडा, और कंचे सभी खेल खेले हैं. आधुनिक भारत की नींव यहीं डली. ये आपकी मेहनत, आपका जज्बा और आपकी पहचान की मिसाल है. देश की उद्यमशीलता और आत्मनिर्भरता के सपने का प्रतीक है. मैंने यहां आत्मनिर्भर महिलाएं देखी, उनमें आत्मविश्वास था. वे मुस्कुरा रही थीं कि सरकार ने उनके लिए कुछ किया. वे अपने पैरों पर खड़ी हुई हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शुरू से ही छत्तीसगढ़ में महिलाओं को बराबरी का स्थान मिला है. छत्तीसगढ़ सरकार ने आर्थिक रूप से किसानों को मजबूत करने का काम किया. बीपीओ खोला है. गारमेंट फैक्ट्री खोली है. कैसे आर्थिक संपन्नता आये, इस बात का प्रयास हम करते हैं. छत्तीसगढ़ में परिवार और समाज में महिलाओं का स्थान ऊंचा रहा है. लैंगिक अनुपात में भी छत्तीसगढ़ आगे है. महिलाएं बच्चों के देख-रेख से लेकर पढ़ाई-लिखाई तक ,घर में काम करना, नौकरी भी करती हैं तो सबके लिए खाना बनाकर जातीं है और काम से लौटकर फिर सभी के भोजन का ध्यान रखती हैं.