केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी विधानसभा चुनावों में हुंकार भरने मंगलवार (21 सितंबर) को छत्तीसगढ़ पहुंच रही हैं, जहां वह बीजेपी के परिवर्तन यात्रा में शामिल होंगी. इस दौरान स्मृति ईरानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पारंपरिक सीट मानी जाने वाली पाटन में एक जनसभा को संबोधित करेंगी. उनके इस दौरे को सियासी दृष्टिकोण से काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि मंगलवार को ही उनकी चिर प्रतिद्वंदी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी दुर्ग जिले के भिलाई में एक जनसभा को संबोधित करेंगी. हालांकि मंगलावर को ही इसी दुर्ग संभाग में प्रियंका गांधी के दौरे ने सियासी पारा बढ़ा दिया है.
सीएम के गढ़ में हुंकार भरेंगी स्मृति ईरानी
पाटन विधानसभा सीट से बीजेपी ने सीएम भूपेश बघेल के भतीजे विजय बघेल को अपना उम्मीदवार बनाया है. संसद में महिला आरक्षण बिल पास होने के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंच रहीं स्मृति ईरानी, प्रदेश के महिला वोटर्स को साधने में की कोशिश करेंगी. उनके आगमन से पहले स्थानीय बीजेपी नेता ने जोरशोर से तैयारियों में जुट गये हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 97 लाख से अधिक महिला वोटर्स हैं. ऐसे में केंद्रीय मंत्री ईरानी के इस दौरे से पार्टी आलाकमान की कहीं न कहीं महिला वोटर्स पर भी नजर होगी.
स्मृति ईरानी का ये दौरा अहम क्यों?
दुर्ग संभाग में 8 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से सीएम भूपेश बघेल सहित 6 सीटों पर जीतने वाले विधायक कांग्रेस की प्रदेश सरकार में मंत्री हैं. 3 टर्म तक छत्तीसगढ़ की सियासत में एकछत्र राज करने वाली बीजेपी वापसी के लिए पूरी तरह बेताब है. इसलिए स्मृति ईरानी के दौरे को सियासी जानकार बहुत अहम मान रहे हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद हैं. अमेठी गांधी परिवार की पारंपरिक सीट मानी जाती है. राहुल गांधी ने 2004 में अमेठी से ही पहली बार जीत क लोकसभा पहुंचे थे, उसके बाद वो लगातार यहां से 2019 तक सांसद रहे. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी से हरा दिया. उनके इसी कद को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें दुर्ग के पाटन सीट पर चुनाव प्रचार के लिए भेजा रही है.