छत्तीसगढ़ में 18 मार्च 2020 को रायपुर में कोरोना संक्रमण का पहला केस मिला। उसके बाद एक के बाद एक मरीज मिलते गए और संख्या सैकड़ों से हजारों में पहुंच गई। पिछले दो-तीन महीने से कोरोना संक्रमण में राहत देने वाली कमी शुरू हुई और नवंबर आते-आते मरीजों की संख्या तीन अंकों से दो अंकों में पहुंच गई।
26 नवंबर को पूरे प्रदेश में कोरोना के केवल 14 मरीज ही रह गए हैं। रायपुर में केवल एक मरीज का इलाज चल रहा है, जबकि इस महीने में दो बार 13 और 23 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक भी मरीज नहीं मिले थे। ऐसा 182 दिन बाद हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है एक हफ्ते के दौरान संक्रमण और कम हो जाएगा। इस बारे में रायपुर एम्स के डायरेक्टर डाॅ. नितिन एम नागरकर बता रहे हैं-
तीन करोड़ से ज्यादा को लग चुकी है वैक्सीन, 0 से 12 साल के बच्चों को छोड़कर बाकी सब वैक्सीनेटेड… इसलिए ऐसा
गों ने वैक्सीन लगवा ली। उसी का नतीजा सामने आ रहा है। शून्य से 12 साल के बच्चों को छोड़कर लगभग सभी लोग वैक्सीनेटेड हैं। वैक्सीन लगवाने के कारण हर्ड इम्युनिटी डेवलप हो गई। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि वैक्सीन लगाने के कारण समाज में उस महामारी के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है। जब सभी लोगों में हर्ड इम्युनिटी डेवलप हो जाती है, तब वह बीमारी एक दूसरे से नहीं फैलती। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण तेजी से कम हो रहा है। इससे साफ है कि लोग यहां जागरूक हैं और उन्होंने समय रहते वैक्सीन लगवाई। कोरोना जब फैल रहा था तब लोगों ने मास्क लगाने की सावधानी भी बरती। आने वाले दिनों में संक्रमण और कम होगा।
आंकड़ाें में संक्रमण
11,77,722
कोरोना के अब तक मरीज
14,145 मौतें अब तक
ऑपरेशन के पहले कोरोना टेस्ट जरूरी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से छोटे बड़े सभी ऑपरेशन के पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य रखने की गाइडलाइन जारी कर दी गई है। उसका फिलहाल सख्ती से पालन किया जा रहा है। अफसरों का कहना है कि सरकारी और प्राइवेट सभी अस्पतालों में सर्जरी के पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य है। यहां तक कि दांतों की सर्जरी के पहले भी कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
6 जिले तो एक माह से हो चुके कोरोना फ्री
स्वास्थ्य विभाग से जारी रिपोर्ट के अनुसार बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव, कवर्धा और बस्तर जिले करीब एक-एक महीने से पूरी तरह कोरोना फ्री हो चुके हैं। इन जिलों में कोरोना का एक भी नया केस नहीं मिला है। दुर्ग, रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, बालोद और महासमुंद को छोड़कर बाकी सभी जिलों में कोरोना का एक भी केस नहीं है। रायपुर के अलावा धमतरी, बलौदाबाजार, दंतेवाड़ा में केवल एक-एक मरीज का इलाज चल रहा है। फिलहाल दुर्ग में ही सबसे ज्यादा 13 एक्टिव केस हैं। उसके बाद बालोद जिले में 3 मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को कोरोना पर पूरी तरह से नजर रखने को कहा गया है।