छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 महिला नक्सलियों पर भारी पड़ रहा है। इस वर्ष अब तक अलग-अलग मुठभेड़ों में 25 महिला नक्सली मारी गई हैं, जिनमें गुरुवार की सुबह बीजापुर और दंतेवाड़ा के सरहदी इलाके में हुई मुठभेड़ में मारी गई 4 महिला नक्सली भी शामिल हैं। जनवरी से अब तक हुई मुठभेड़ों में महिला एवं पुरुष को मिलाकर कुल 71 नक्सली ढेर हुए हैं। एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी पी सुंदरराज ने बताया कि महिला नक्सलियों में एरिया कमेटी मेंबर से लेकर एलओएस कमांडर शामिल हैं।
इन नक्सलियों पर एक लाख से पांच लाख तक का इनाम घोषित था। सबसे ज्यादा महिला नक्सली बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में मारे गए हैं। अबूझमाड़ में महिला नक्सलियों को कमांडर बनाकर पुलिस से मोर्चा लेने के लिए जंगलों में उतारा गया है। अधिकांश कमेटियों में आधी से ज्यादा महिला नक्सली सक्रिय है। एंटी नक्सल ऑपरेशन के अलावा अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2017 में नक्सलियों को सबसे ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा।
ऑपरेशन प्रहार में कई बड़े नक्सलियों को मार गिराने में फोर्स को सफलता मिली है। आंकड़ों पर नजर डालें तो देश के नौ नक्सल प्रभावित राज्यों में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। वर्ष 2016 में भी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में 133 नक्सली मारे गए थे। नक्सली भी यह स्वीकार कर चुके हैं कि उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान छत्तीसगढ़ में हुआ है।
दिसम्बर 2017 में नक्सलियों की तरफ से आए लिखित बयान में स्वीकार किया गया कि देशभर में उनके 140 साथी मारे गए। इसमें 98 नक्सली छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में मारे गए थे।