गुमला जिला में कामडरा प्रखंड का रेड़वा पंचायत का सुरसांग वनटोली गांव पूरी तरह से विकास के कार्यों से अछूता पड़ा हुआ है. आजादी के बाद से आज तक इस गांव में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ है. गांव में न तो बिजली है और न ही कोई सड़क है. गांव में पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है. इस गांव में कभी कोई प्रशासनिक पदाधिकारी भी नहीं आया. इस गांव के लोग सारी सरकारी योजनाओं के लाभ से अब तक वंचित रहे हैं.
बता दें कि पहाड़ व जंगलों के बीच बसे इस गांव में कुल दस परिवार रहते हैं. इनकी पूरी आबादी 80 के आस-पास है. खैर, अब इस गांव का विकास करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों ने पहल की है. जिला परिषद सदस्य सुनीता टोप्पो व मुखिया बिमल केरकेट्टा ने इस गांव में पहुंचकर लोगों से गांव की समस्यों के बारे में जानने का प्रयास किया. इस दौरान उन्हें गांव पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. गांव में निवास कर रहे जयमंगल टोप्णो की माने तो उनके गांव में आज तक कोई भी विकास का काम नहीं हुआ है. इस गांव में किसी तरह की कोई भी सुविधा नहीं है.
वहीं मुखिया ने कहा कि अभी हाल में गांव के लिए कुछ योजना दी गई है, लेकिन वे योजनाएं ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. वहीं जिला परिषद सदस्य सुनीता टोप्पो ने गांव का दौरा करने और यहां ग्रामीणों से मिलने के बाद कहा कि इस गांव में पीने के लिए पानी तक नहीं है. कोई भी जल स्रोत नहीं है. यहां न कुआं है, न तालाब है और न ही चापाकल है. गर्मी में लोग पीने के पानी के लिए तरस जाते हैं. यह गांव हर लिहाज से अभावग्रस्त है. सुनीता टोप्पो ने आगे कहा कि उन्होंने जिला के कई विभाग के पदाधिकारियों को इस गांव की समस्याओं की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले इस गांव में जल्द ही एक मत्स्य तालाब दिया जाएगा.