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मुंबई लोकल 15 अगस्त से फिर पटरी पर दौड़ने को तैयार, सफर के लिए पूरी करनी होंगी ये शर्तें

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को घोषणा की कि कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुके मुंबईवासी 15 अगस्त से लोकल ट्रेनों में यात्रा कर सकते हैं. ठाकरे ने एक ‘लाइव वेबकास्ट’ में यह भी कहा कि उनकी सरकार दुकानों, मॉल, रेस्तरां और धार्मिक स्थलों को छूट देने पर विचार कर रही है और सोमवार को कोरोना वायरस कार्यबल की बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा.

महानगर में उपनगरीय ट्रेन सेवाएं इस साल अप्रैल में निलंबित कर दी गई थी, जब राज्य में महामारी की दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 के मामले चरम पर थे. वर्तमान में, सिर्फ सरकारी कर्मचारियों और आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मियों को ही लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति प्राप्त है.

मुंबई वालों को लोकल ट्रेनों में सवार होने के लिए क्या करने की जरूरत है:
पूरी तरह से टीका लगवाना: केवल उनलोगों को ही ट्रेनों में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी, जिन्होंने टीके की दोनों खुराक ले ली हैं.

दूसरी खुराक के 14 दिन बाद ही यात्रा की अनुमति:
 वैक्सीन की दूसरी खुराक मिलने के 14 दिन बाद ही लोगों को मुंबई लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की इजाजत होगी.

लेना होगा मासिक ट्रेन पास: मुंबई लोकल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए यात्रियों को मासिक पास की आवश्यकता होगी.

– जिन यात्रियों के पास स्मार्टफोन है, वे विशेष रूप से बनाए गए एप के जरिए ट्रेन पास डाउनलोड कर सकते हैं.

– जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, वे शहर के नगरपालिका वार्ड कार्यालयों के साथ-साथ उपनगरीय रेलवे स्टेशनों से फोटो पास ले सकते हैं.

– स्थानीय यात्रा के लिए इन पासों में क्यूआर कोड होंगे ताकि रेलवे प्रशासन इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि कर सके.

ठाकरे ने कहा, ‘अभी तक मुंबई में 19 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वायरस अब भी हमारे आसपास मौजूद है और हमे निश्चिंत नहीं होना चाहिए. मैं समझ सकता हूं कि आपका धैर्य कम हो रहा है, लेकिन कृपया धैर्य नहीं खोएं.’

उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं वहां पाबंदी बनाए रखनी होगी. उन्होंने कहा कि पुणे, अहमदनगर, सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली, सतारा, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरि, बीड जिलों में स्थिति चिंता का विषय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे में इन जिलों में स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ गई है.