कोरबा : जिला जेल की 25 फीट ऊंची दीवार फांद कर फरार हुए चार विचाराधीन बंदी में दो को पुलिस ने रायगढ़ जिले के गेरवानी गांव से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बंदी राजा कंवर और सरना सिंकू गांव में मजदूरी कर रहे थे। शेष फरार दो बंदी दशरथ सिदार, चंद्रशेखर राठिया की पतासाजी पुलिस लगातार कर रही है।
बता दें कि रजगामार रोड में स्थित जिला जेल में निरुद्ध दुष्कर्म एवं पाक्सो एक्ट के अलग- अलग मामलों के चार बंदी राजा कंवर, दशरथ सिदार, सरना सिंकू और चंद्रशेखर राठिया 25 फीट ऊंची फांदकर जेल से फरार हो गए थे। इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी में रिकार्ड हो गया था। घटना के बाद जेल प्रशासन एवं पुलिस में ह़ड़कंप मच गया। फरार बंदियों की पतासाजी शुरू की गई, पर पता नहीं चला।
चार दिन बाद पुलिस को इस मामले में सफलता मिली। बताया जा रहा है कि फरार आरोपियों ने पहले से ही पूरा प्लान बनाकर रखा था। इसके तहत पुलिस को मोबाइल लोकेशन के जरिए चकमा देने का प्रयास किए। योजना मुताबिक एक व्यक्ति को राज्य से बाहर भेजा और उससे अपने स्वजन से लगातार बात करते रहने को कहा। पुलिस इस चकमे में फंस गई थी और पुलिस की एक टीम उक्त व्यक्ति के पीछे लग गई।
इस बीच रायगढ़ में भी बंदी की पतासाजी की जा रही थी, क्योंकि एक बंदी रायगढ़ जिले का ही निवासी था। मंगलवार को रायगढ़ पुलिस एवं साइबर सेल को सूचना मिली। इसके आधार पर टीम बना कर ग्राम गेरवानी में दबिश दी गई। जहां मजदूरी करते हुए राजा कंवर और सरना सिंकू को पकड़ा गया।
रायगढ़ पुलिस ने बताया कि दोनों बंदी अन्य लोगों के साथ काम कर रहे थे। बाद में दोनों बंदी को कोरबा पुलिस को सौंप दिया गया। दोनों बंदी से फिलहाल पूछताछ की जा रही है, ताकि फरार दो अन्य बंदियों को पकड़ा जा सके।
सहायक जेल अधीक्षक और तीन प्रहरी निलंबित चार बंदियों के फरार होने के मामले में डीजी जेल एसएस तिग्गा बताया कि जिला जेल के सहायक जेल अधीक्षक विजयानंद सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले तीन जेल प्रहरी ईश्वर पटेल, राजेश घृतलहरे, विक्रम प्रताप सिंह को भी निलंबित किया गया। इस मामले में जेल में पदस्थ प्रहरियों की भूमिका एवं सुरक्षा पर भी पहले दिन से सवाल उठने लगे थे।
यहां बताना होगा कि घटना दिनांक को ही रात में डीजी हिमांशु गुप्ता कोरबा पहुंच गए थे और दूसरे दिन जिला जेल का निरीक्षण किया था। साथ ही घटनाक्रम की जानकारी लेने के साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी देखा था। हालांकि संपूर्ण जानकारी लेने के बाद गुप्ता वापस लौट गए थे, पर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई। मंगलवार को आदेश जारी कर निलंबन की कार्रवाई हुई।
फरार दो बंदी को पकड़ना पुलिस के लिए अब भी चुनौती पुलिस के लिए अब शेष दो बंदी दशरथ सिदार और चंद्रशेखर राठिया को पकड़ने की चुनौती बनी हुई है। हालांकि पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बंदियों के फरार होने के दूसरे दिन ही उनके संबंध में जानकारी देने अथवा गिरफ्तार कराने वाले 10 हजार रुपये इनाम के रुप में देने की घोषणा कर दिया था। लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार दोनों बंदियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कोरबा जिला जेल से फरार होने वाले दुष्कर्म के आरोपित राजा कंवर और उसके साथी सरना सिंकू को पकड़ लिया गया है। दोनों गेरवानी गांव में मजदूरी कर रहे थे। बाद में उन्हें कोरबा पुलिस टीम के सुपुर्द कर दिया गया है।