जगदलपुर, शहर जिला कांग्रेस कमेटी जगदलपुर के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बुधवार को विज्ञप्ति में कहा कि जगदलपुर से शुरू होने वाले एयरपोर्ट के नामकरण को लेकर भाजपाइयों की बेचैनी समझ से परे हैं। आगामी 14 जून से शुरू हो रही हवाई सुविधा से जहां बस्तरवासियों में हर्ष व्याप्त है वहीं नामकरण को लेकर भाजपा नेताओं के बीच चल रही आपाधापी और श्रेय की होड़ समझ से परे है। नामकरण की सार्थकता तभी हो सकती है जबकि वो क्षेत्रीय हित से जुड़ा हुआ मुद्दा हो। उन्होंने कहा कि इसमें संदेह नहीं कि बस्तर के आदिवासी नेताओं में स्वर्गीय बलीराम कश्यप की अनूठी छाप रही है, लेकिन हर कार्यक्रम के साथ उनके नामकरण की आपाधापी निश्चय ही उनकी छवि को प्रभावित करने वाली बात होगी। पार्टी नीती से परे एयरपोर्ट का प्रकरण सार्वजनिक जीवन से जुड़ा हुआ मुद्दा है, इसलिए इसके नाम पर राजनीति करने की अपेक्षा कुछ अलग हटकर जनहित में सोचने की जरूरत है। मेरे मानने का आशय कांग्रेस अध्यक्ष के हैसियत से न देखते हुए व्यापक संदर्भ में देखने की आवश्यकता है। बस्तर के नागरिकों या कि राजनीति से जुड़े लोगों का सर्वप्रथम दायित्व यह है कि वे क्षेत्रीय हितों को संज्ञान में लेते हुए वायुदूत सेवा का खुले मन से स्वागत करें और विवादों से परे रहकर क्षेत्रीय लोगों की सुविधा विस्तार की दिषा में मनन करें। उडि़सा की कंपनी क्षेत्रवासियों को किस सीमा तक अपनी सेवा से लाभान्वित कर पाती है इस दिशा में हमारी सोच होनी चाहिए और बिना किसी राजनैतिक दुराग्रह के क्षेत्रवासियों को अधिक से अधिक सुविधा मिले।
एयरस्टीट में हर प्रकार की सुविधा से लोग लाभान्वित हो सकें और अनवरत इस सेवा का लाभ वाणिज्य-व्यापार सहित स्वास्थ्य सुविधा सहित न्यूनतम दर पर यह सुविधा जन-जन को लाभान्वित कर सके इस दिशा में सकारात्मक सोच के साथ हमें सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होगी और बस्तरवासियों को मिली इस सुविधा को हम किस प्रकार बेहतर स्वरूप दे सकें। हमारी सोच इस दिशा में होनी चाहिए। अत: नामकरण की जोड़तोड़ और इसे लेकर किसी भी तरह की होड़ से बचने की आवश्यकता है। हम सभी बस्तरवासियों का यह दायित्व बनता है कि हम इस सुविधा को कैसे सहज और सर्वसुलभ बनाने का प्रयास करें।