ब्लाक कोयलीबेड़ा ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधीन रूर्बन योजनांतर्गत बाजार में शेड बनाने का काम किसी दल्लीराजहरा के ठेकेदार को प्राप्त है । उपयंत्री व ठेकेदार के मध्य आपसी साठगांठ ने शेड निर्मावन की गुणवत्ता को दरकिनार कर कमीशनखोरी के फिराक में अनियमितता पूर्ण कार्य को अंजाम दे रहा ।शेड के बेस में पहाड़ी गिट्टी डालकर सूखा छोड़कर स्ट्रेक्चर निर्माण की जा रही । निर्माण कार्य मे लगे मजदूर भी बाहर के बताए जा रहे उनसे पूछने पर बतलाया को हमे यह काम करवाने दल्लीराजहरा के ठेकेदार ने लाया है । स्टीमेट की जानकारी उपयंत्री से मांगी गई तो उनके पास भी जानकारी उपलब्ध नही थी ,निरीक्षण अधिकारी के पास हो रहे निर्माण कार्य का स्टीमेट नही है तो उनसे निष्पक्षीय जांच की क्या उम्मीद लगाई जाए। सूचना पटल बोर्ड निर्मान कार्य स्थल के पास नही लगवाया गया । उपस्थित लोगों ने बतलाया कि इसकी लागत को दबाने के चक्कर मे बोर्ड नही लगाया जा रहा । निम्न कोटि मोयाम दर्जे के माल मटेरियलो से पिल्लड़ की ढलाई की जा रही । पिल्लड़ प्लेट भी उपयोग में नही लायी जा रही ,लोकल ईटो ,सीमेंट से काम लिया जा रहा । यह तक मिक्सर मशीन ,बाईब्रेटर तक का उपयोग नही किया जा रहा है पानी क्योरिंग तो दूर की बात है । गोविंद कुमार ,देवलाल दुग्गा , धनीराम दुग्गा ,जयंत मंडावी ने बतलाया है कि निर्माण एजेंसी का कोई अता पता नही है। मजदूरो द्वारा काम किया जा रहा , हमारा पंचायत रूर्बन पंचायत अंतर्गत आता है , क्षेत्र के विकास के लिए गुणवत्ता से समझौता नही किया जाएगा । कोई भी बाहरी ठेकेदार विभाग से मिलीभगत कर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वन में लापरवाही नही बरत सकता । इसकी सूचना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चिट्टी के जरिये शिकायत की जाएगी।
इस संबंध में सीएल स्वर्णकार पखांजुर संभाग उपयंत्री ने बतलाया कि मेरे पहले इस काम का देखरेख वासुदेव गंगवेर इंजीनियर देख रहे थे , उनका अटैच कांकेर हो गया है जिसके वजह से कार्यालय से मुझे इस काम की देखरेख जिम्मेवारी दी गई है । बेस निर्माण के समय शिकायत प्राप्त हुई थी तब काम को रोक दिया गया था । अगर ठेकेदार काम मे कोताही बरतता है तो उसे नोटिस भेजेंगे ।