राजनांदगांव 04 जनवरी 2018। पीडीएस व्यवस्था की प्रेरणा मैंने शहीद वीरनारायण सिंह से ली है। उन्होंने लोगों की खाद्य सुरक्षा के लिए अपनी जान बाजी में लगा दी। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शहीद वीरनारायण सिंह की प्रतिमा अनावरण के उपलक्ष्य में गोंडवाना समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद वीरनारायण सिंह ने अतुलनीय शौर्य का परिचय दिया और 1857 की क्रांति में छत्तीसगढ़ का नाम देश के इतिहास में अमर कर दिया। उन्होंने कहा कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक जनजातीय भाइयों की बेहतरी के लिए सरकार अनेक कदम उठा रही है। चाहे खाद्य सुरक्षा की बात हो, या शिक्षा की बात हो, हमेशा कोशिश होती है कि जनजातीय भाइयों को हरसंभव सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बार सरकार ने तेंदूपत्ता बोनस तिहार का आयोजन भी किया। इस साल तेंदूपत्ता संग्रहण की दर 2500 रुपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है। शहीद वीरनारायण सिंह के आशीर्वाद से हम छत्तीसगढ़ में और भी बड़े कार्य कर पाने में सफल होंगे। इस मौके पर पूर्व संसदीय सचिव श्री सिद्धनाथ पैकरा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार ने खाद्य सुरक्षा को इस तरह स्थापित किया कि देश भर में छत्तीसगढ़ मॉडल की प्रशंसा हो रही है। इसका सबसे ज्यादा लाभ जनजातीय भाइयों को हुआ है। पढ़ाई-लिखाई के क्षेत्र में भी सरकार बड़े काम कर रही है। सरगुजा से लेकर दंतेवाड़ा तक आदिवासी बच्चों की सफलता यह दिखाती है कि सरकार का शिक्षा पर किया जा रहा खर्च सफल हो रहा है।
महुआ का फूल पहले झर जाए तो क्या करें, इस पर रिसर्च-
इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए महापौर श्री मधुसूदन यादव ने कहा कि महुआ का फूल कई बार पकने से पहले ही झर जाता है और यह लोगों के लिए किसी तरह उपयोगी नहीं रह जाता। सालों से हम और पीढिय़ों से हम सब ऐसा देखते आए हैं लेकिन इसके इस्तेमाल पर हमने गौर नहीं किया। अभी राजनांदगांव में एक ऐसे वैज्ञानिक आए हैं जो यह रिसर्च कर रहे हैं कि महुआ के बिना पके गिर गए फूल का क्या उपयोग किया जा सकता है। जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उन्हें रिसर्च के लिए भेजा है। यह जानकर मुझे बड़ी खुशी हुई। इस प्रकार मुख्यमंत्री संवेदनशीलता से जनजातिय भाइयों की आय बढ़ाने, उनकी बेहतरी के कार्यों के लिए हमेशा चिंतन करते रहते हैं। कार्यक्रम को केंद्रीय गोंड समाज के अध्यक्ष श्री एमडी ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर 20 सूत्रीय क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री खूबचंद पारख, राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा, राज्य ऊर्दू अकादमी के अध्यक्ष श्री अकरम कुरैशी, समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शोभा सोनी, नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री लीलाराम भोजवानी, पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री अशोक शर्मा, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री सचिन बघेल, पूर्व विधायक श्री विनोद खाण्डेकर, राजगामी संपदा न्यास के पूर्व अध्यक्ष श्री संतोष अग्रवाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री भरत वर्मा, श्री नीलकंठ गढ़े, श्री मुकेश बघेल, श्री भूपेन्द्र मंडावी, श्री विष्णु ठाकुर, श्री दिनेश कोरेटी, डॉ. देवेंद्र माहला एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री चंदन कुमार, नगर निगम कमिश्नर श्री अश्विनी देवांगन एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।