रायपुर.
प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार को रायपुर के अस्पताल में निधन हो गया। शुक्रवार सुबह अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा, डॉक्टर्स की तमाम कोशिश नाकाम रहीं। करीब 3 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांसें ली। आज गौरेला में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। दर्शन के लिए अजीत जोगी का शरीर सिविल लाइंस स्थित निवास में रखा गया। कई सियासी चेहरे यहां पहुंचे। अमित जोगी की पत्नी और अजीत जोगी की बहू ऋचा को खुद को संभाल नहीं पाई, पापा कहकर देर तक रोतीं रहीं।



मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजीत जोगी के निधन पर दुःख प्रकट किया । मुख्यमंत्री ने राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी शासकीय समारोह आयोजित नहीं किए जाएंगे। जोगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी जोगी परिवार के निवास जाकर सभी से मुलाकात की।


अजीत जोगी को बीते 9 मई को अस्पताल में लाया गया था। तब से उन्हें तीन बार दिल के दौरे पड़े। अस्पताल में जब जोगी लाए गए तब डॉक्टर्स ने कहा था कि इमली का बीज गले में अटकने की वजह से परेशानी बढ़ी। जोगी 20 दिनों से कोमा में थे। उन्हें बचाने की कोशिश में डॉक्टर कई तरह के प्रयोग कर रहे थे। अस्पताल में जोगी को गाने सुनाए जा रहे थे, परिवार की सहमति से एक खास इंजेक्शन भी लगाया गया था।