कोरबा । पूछा है कि वे कहां जाना चाहते हैं। जमात के लोग यह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि वे कहां रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि वो जहां जाना चाहेंगे, उस स्थान का मूवमेंट पास जारी कर उन्हें छोड़ा जाएगा।
शहर के राताखार मस्जिद में 15 मार्च से ठहरे तब्लीगी जमात के 15 सदस्यों को एक अप्रैल को एसईसीएल गेवरा के सीईटीआइ हॉस्टल में क्वारंटाइन किया गया। 28 दिन की अवधि 28 अप्रैल को पूरी हुई। इनका दो बार सैंपल भेज कर जांच कराया जा चुका है। नेगेटिव रिपोर्ट आने पर सभी को क्वारंटाइन सेंटर से छोड़ा जाना है।
प्रशासन के सामने पहले ही संशय था कि आखिर जमातियों को कहां रखे। मंगलवार की शाम को इन जमातियों से इनकी इच्छा प्रशासन ने पूछी, लेकिन माकूल जवाब नहीं मिल सका। दरअसल जमातिए भी इस बात से वाकिफ हैं कि लॉकडाउन से आने-जाने की सुविधाएं बंद हैं। ऐसे में वापस दिल्ली व उत्तर प्रदेश नहीं पहुंचा जा सकता।
आपस में मशविरा का दौर चल रहा। जमातियों की ओर से मंशा स्पष्ट नहीं करने से प्रशासन और अधिक दुविधा में फंस गई है। शासन की ओर से भी कोई निर्देश नहीं मिले। देर रात तक असमंजस बना रहा और कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका।
ये हैं शामिल
क्वारंटाइन पूरी होने पर छूटने वाले जमातियों में दिल्ली से मोहम्मद कामरन, सरफुद्दीन, मोहम्मद सदाब, रसीद मल्लिक, उस्मान अली, मोहम्मद समीर, अतीफ, मोहम्मद शाहीद अली, कासिफ, मोहम्मद सैयद करीम, सलमान, सोहेल खान, गाजियाबाद उत्तरप्रदेश से मोहम्मद हासीन, मोहम्मद जुनैद, मोहम्मद रिहान शामिल हैं।
3922 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव
पिछले बारह दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजे कोई भी सैंपल कोरोना की जांच में पॉजिटिव नहीं आया है। जांच में कोरबा जिले के तीन हजार 922 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से तीन हजार 950 सैंपल रायपुर भेजे गए हैं। इन सभी सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाए गए हैं।