मुंबई. महाराष्ट्र के तीन महानगर मुंबई, नासिक और पुणे में महामारी तेजी से पांव पसार रही है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या तीन हजार के स्तर को पार कर 3032 तक पहुंच गई है। वहीं, पुणे मंडल में 663 लोग संक्रमित हैं। नासिक जिले के मालेगांव में कोरोना थामे नही थम रहा। नासिक जिला में 95 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें 85 अकेले मालेगांव से हैं। राज्य में सोमवार को 466 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4,666 तक पहुंच गई है।
उपचार के दौरान सोमवार को राज्य में नौ लोगों की मौत हुई। इनमें मुंबई में ही सात लोग थे। महामारी राज्य में 232 लोगों की जान ले चुकी है। अकेले मुंबई में 139 लोगों की मौत हुई है। कोरोना की मार से मायानगरी के आसपास के मनपा क्षेत्रों की हालत खराब है।
75 हजार कोरोना टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि राज्य में आईसीएमआर के प्रोटोकॉल अनुसार कोरोना की जांच की जा रही है। केन्द्र सरकार की मंजूरी अनुसार प्रदेश में 75 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है। कोरोना का फैलाव रोकने के लिए मुंबई के कुछ क्षेत्रों में हायड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की गोलियां वितरित की जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना अस्पतालों में ऑक्सीजन स्टेशन बनाए जाएंगे।

राज्य में पहली बार किराया मांगने पर मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज
राज्य सरकार ने घर मालिकों को आदेश जारी किया है कि अगले तीन महीने तक वे अपने किरायेदारों से किराया नहीं मांगे और इस दौरान घर खाली ना करें। इस बीच उल्हासनगर में मकानमालिक पर अपने किरायेदार से जबरदस्ती किराया मांगने और घर से निकालने का केस दर्ज हुआ है। जिसके बाद उसके खिलाफ विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है, कोरोना संकट काल में यह राज्य का पहला मामला है, जिसमें मकान मालिक के ऊपर भाड़ा मांगने पर मामला दर्ज किया गया है।

बीएमसी में भी कोरोना ने दी दस्तक
बृहन्मुंबई महानगरपालिका की दूसरी मंजिल पर स्थित आपत्कालीन नियंत्रण कक्ष में कार्यरत दो लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। दोनों कर्मचारियों को कोरोना केयर सेंटर में क्वारैंटाइन किया गया है। यहां के कुछ भाग में काम काज रोक दिया गया और तत्काल परेल स्थित आपत्कालीन नियंत्रण कक्ष शुरू किया गया है। मुख्य आपातकालीन विभाग और मनपा मुख्यालय में दवाईयों का छिड़काव किया गया। वाररूम की जिम्मेदारी अधिकारी अश्विनी भिंडे व मनीषा म्हैसकर को सौपी गई है।

मुंबई की मेयर ने खुद को किया होम क्वारैंटाइन
महानगर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए अस्पतालों के दौरे, अधिकारियों के साथ बैठक और मीडियाकर्मियों के साथ संवाद करने वाली महापौर किशोरी पेडणेकर ने खुद को होम क्वारैंटाइन कर लिया है। ट्विटर पर वीडियो शेयर कर उन्होंने इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, ‘पिछले दिनों मीडियाकर्मियों की कोरोना जांच हुई थी, तो मैं वहां मौजूद थी। मैंने भी उसी समय अपनी जांच करवाई और मेरी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कुछ मीडियाकर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं।’

रोज के मुकाबले सोमवार को नजर आई ज्यादा भीड़
सोमवार से राज्यभर में नई गाइडलाइन जारी होने के बाद लॉकडाउन में कुछ हद तक ढील देने का असर दिखाई दिया। बेस्ट परिवहन की बसों में कुछ दिनों पहले के मुकाबले ज्यादा भीड़ दिखाई दी। रेलवे के दफ्तरों में भी कुछ स्टाफ को काम पर लौटने का आदेश मिला है।

बेस्ट ने बढ़ाई सर्विस
बेस्ट परिवहन ने रोजाना के मुकाबले अतिरिक्त सेवाएं बढ़ाई हैं। इन सेवाओं में केवल अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े स्टाफ को ही अनुमति दी जाएगी। सोमवार से मंत्रालय ने स्टाफ संख्या में वृद्धि की है, जिसके कारण आवाजाही बढ़ी है। सोमवार को सड़कों पर भी रोजाना के मुकाबले ज्यादा ट्रैफिक दिखाई दिया।

जारी किया गया विशेष पास
सोमवार से अति आवश्यक सेवाओं के लिए जिन स्टाफ की वृद्धि की गई है, उनके लिए प्रशासन की ओर से विशेष पास बनाए गए हैं। बेस्ट में यात्रा करते वक्त और घर से निकलते वक्त इस पास को साथ में रखना होगा। इसी आधार पर व्यक्ति विशेष को संबंधित जगहों पर आने-जाने की छूट दी जाएगी। ये पास अति आवश्यक सेवा में लगे संस्थान की ओर से जारी किए जा रहे हैं। रेलवे द्वारा भी अपने स्टाफ के लिए विशेष पास जारी किए जा रहे हैं।
रेलवे के दफ्तरों में हलचल शुरू
सोमवार से ही रेलवे ने अपने स्टाफ में वृद्धि की है। बताया जा रहा है कि मंडल कार्यालयों में जूनियर ग्रेड और उसके समक्ष स्टाफ को दफ्तर बुलाया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि निर्माण कार्यों की अनुमति मिलने के बाद अब रेलवे से जुड़ी योजनाओं के काम भी चरणबद्ध तरीके से शुरू किए जाएंगे।

भाजपा की मांग-नहीं वसूला जाए 6 महीने तक प्रॉपर्टी टैक्स
कोरोना वायरस के प्रकोप और लॉकडाउन के कारण मुंबईकर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। इस दौरान मुंबईकरों पर कोई आर्थिक बोझ न डाला जाए, इसलिए अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 यानी अगले 6 महीने तक उनसे प्रॉपर्टी टैक्स सहित अन्य उपकर न वसूला जाए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी को पत्र लिखकर भाजपा ने उक्त मांग की है। बीएमसी में भाजपा के ग्रुप लीडर प्रभाकर शिंदे ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि मौजूदा स्थिति में मुंबईकर कोई टैक्स भरने की स्थिति में नहीं हैं। मध्यम वर्ग की आय ठप हो गई है। इसलिए वह कोई टैक्स भरने की स्थिति में नहीं है।