झारखंड (Jharkhand) के लोहरदगा जिले (Lohardaga district) में अंधविश्वास (superstitious) के चलते ग्रामीणों ने एक अधेड़ की पीट-पीटकर हत्या (Murder) कर दी. घटना लोहरदगा (Lohardaga) के सेन्हा थाना इलाके के गांव झालजमीरा की है. मृतक की पहचान 52 साल के सहनई उरांव के रूप में हुई है. खास बात ये है कि सहनई को जिन लोगों ने बेहरमी से पीटा वे उसके परिजन ही हैं. दरअसल, घटना के एक दिन पहले यानि सोमवार को सहनई के बड़े भाई बिरसा उरांव की मृत्यु हो गई थी. वे काफी समय से बीमार थी. इसी घटना के 10 दिन पहले बिरसा उरांव की पत्नी यानि सहनई की भाभी की भी बीमारी के चलते मौत हो गई थी. सहनई के भतीजे लोला उरांव का मानना था कि चाचा के तंत्र-मंत्र के चलते ही उसके पिता और मां की मृत्यु हुई है.
ऐसे में मंगलवार को लोला उरांव अपने चाचा सहनई के घर पहुंचा और उसे अपने घर चलने के लिए कहा. जैसे ही दोनों लोला उरांव के घर पहुंचे, यहां पहले से घात लगाकर बैठे लोगों ने सहनई पर हमला कर दिया. लाठी-डंडों और पत्थरों की जबरदस्त मार सहनई बर्दाश्त नहीं सका और उसने दम तोड़ दिया.
घटना की सूचना मिलते ही लोहरदगा पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.