Home News घोटाले की जांच हुई पर कार्रवाई नहीं, अभी भी भटक रहे मजदूर…

घोटाले की जांच हुई पर कार्रवाई नहीं, अभी भी भटक रहे मजदूर…

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कोरबा। ग्राम पंचायत मुढ़ाली के आश्रित ग्राम कोलिहामुड़ा में ग्रामीणों को रोजगार गारंटी में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी भुगतान छह माह बाद भी नहीं किया जा रहा है। रोजगार सहायक ने मस्टररोल में पᆬर्जी व्यक्तियों के नाम से राशि जारी कर आहरित कर लिया है। पाली सीईओ ने जांच में इस तथ्य को सही पाया। इसके बाद भी न तो मजदूरों की राशि का भुगतान किया जा रहा है न ही संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जा रही है।

बार-बार शिकायत लेकर कलेक्टोरेट आने और काम में प्रशासन की ओर से प्रगति नहीं लाए जाने पर नाराजगी जताते हुए ग्राम कोलिहामुड़ा के ग्रामीणों ने यह बात कलेक्टर जनदर्शन के दौरान कही। मजदूरों के साथ पहुंचे राधेश्याम ने बताया कि दो माह पहले मजदूरी भुगतान नहीं होने की शिकायत सभी मजदूरों ने कलेक्टर जनदर्शन में की थी। शिकायत के आधार पर कलेक्टर ने गांव में अधिकारियों को भेज कर मजदूरों को बयान लिया। मामले में पंचायत में रखे मजदूरी देयक संबंधी कागजात की जांच की और संबंधित रोजगार अधिकारी से भी पूछताछ की गई। इसमें रोजगार सहायक ने पᆬर्जी मस्टरोल बनाना स्वीकार किया है। शिकायत के आधार जब मामला सही पाया गया तब मजदूरों को उनकी मजदूरी दी जानी चाहिए। माह भर बीत गया है न तो मजदूरों को उनकी मजदूरी दी जा रही है न ही अनियमितता बरतने वालों के खिलापᆬ कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों की मांग है कि उनकी मजदूरी प्रदान की जाए।

उचित मूल्य दुकान में कम दे रहे राशन

एक ओर गांव में रोजगार सहायक की मनमानी से ग्रामीण परेशान हैं, वही दूसरी ओर गांव में संचालित उचित मूल्य दुकान में राशन वितरण के नाम पर संचालक कम राशन दे रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि राशन वितरण में बरती जा रही गड़बड़ी की शिकायत में भी अपᆬसरों ने जांच की है और मामला सही पाया है। ग्रामीणों ने बताया कि खाद्य अधिकारी पीके पांडे ने जांच की, जिसमें गांव भर के दर्जन भर से अधिक लोगों के राशन कार्ड में पूरी एंट्री कर कम चावल दिया गया है। पंचायत सचिव की ओर से की जा रही गड़बड़ी में अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने नियमानुसार चावल वितरण कराए जाने की मांग कलेक्टर से की है।