विधानसभा उपचुनाव में नदी पार के मतदाताओं के लिए मोटरबोट मुहैया कराई जाएगी। ग्रामीण इसका संचालन करेंगे लेकिन ईंधन की व्यवस्था चुनाव आयोग करेगा। चुनाव में सुरक्षा के लिए मौजूद बलों के अतिरिक्त अर्द्धसैनिक बल के 60 अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई है। इतना ही नहीं पड़ोसी जिलों के डीआरजी और जिला बल की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। 23 सितंबर को एक लाख 88 हजार 624 लोग मताधिकार का उपयोग करेंगे।
दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगने के बाद सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारी टोपेश्वर वर्मा और एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस ली। कलेक्टर ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। अधिकारी- कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक लाख 88 हजार 624 मतादाताओं के नाम सूची में हैं। 20 अगस्त तक मतदाता सूची में नाम जोड़े जा सकते हैं। कलेक्टर के मुताबिक क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते 273 में से 28 बूथ को अन्यत्र शिफ्ट किया गया है। इनमें नदी पार के आधा दर्जन बूथ भी शामिल हैं। नदी पार के ग्रामीणों को मतदान के लिए मोटरबोट की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए इंद्रावती के छिंदनार और मुचनार नदी घाट में चार से पांच मोटरबोट दिए जा रहे हैं। इसकी जिम्मेदारी स्थानीय पंचायत और ग्रामीणों की होगी। वे मोटरबोट का संचालन करेंगे जबकि मोटर बोट के लिए ईंधन की व्यवस्था चुनाव आयोग करेगा। चर्चा के दौरान एएसपी सूरज सिंह परिहार, डीएसपी दिनेश्वरी नंद, उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल मौजूद थे।
इवीएम के साथ वीवीपेट भी
उप चुनाव में मतदान के लिए इवीएम के साथ वीपीपेट का उपयोग भी होगा। पिछले चुनाव की तरह अंत में पांच मतदान केंद्र के वीवीपेट से गणना मिलान भी की जाएगी। मतदाताओं को निर्वाचन आयोग के पहचान पत्र के साथ अन्य मान्य फोटोयुक्त परिचय पत्र लेकर मतदान केंद्र पहुंचना होगा।
पहले मांगों और पहले पाओ सुरक्षा
सुरक्षा में तैनात बलों के साथ ही जनप्रतिनिधियों को दौरा, सभा के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा दी जाएगी। इसके लिए जनप्रतिनिधियों को करीब 24 घंटे पहले सुरक्षाधिकारी के माध्यम से पुलिस अधिकारियों को सूचना देनी होगी अर्थात पहले मांग करने वालों को सुरक्षा में प्राथमिकता मिलेगी। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने स्पष्ट कहा है कि दौरा, सभा आदि की जानकारी देर से देने पर सुरक्षा में जवानों की तैनाती मुश्किल होगी। इस संबंध में सभी राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी और अध्यक्षों को जानकारी दे दी गई है।
जेड डबल प्लस सुरक्षा
एसपी के मुताबिक विधानसभा उपचुनाव के दौरान दंतेवाड़ा में वीवीआइपी को जेड प्लस ही नहीं डबल प्लस सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने बताया कि वीआईपी के पूर्व निर्धारित सुरक्षा जवानों के अतिरिक्त संबंधित थाना से बल और डीआरजी की स्पेशल टीम होगी। यह टीम रोड ओपनिंग पार्टी के साथ ही बाइक से वीआईपी को कवर करेगी। इसके लिए डीआरजी के 400 जवानों को विशेष तौर पर तैयार और तैनात किया जाएगा। वीआईपी के दौरे के दौरान डीआरजी की महिला कमांडोज भी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
नाके से लौटा देंगे नेताओं को
चुनाव के दौरान प्रत्याशी और उनके वीआईपी समर्थकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा इसलिए पार्टियों को दौरा, सभा के 24 घंटे पहले सूचना देनी होगी अन्यथा बिना सुरक्षा और अनुमति के नेताओं को आगे जाने नहीं दिया जाएगा। संबंधित इलाके के नाके या थाने में ठहराया जाएगा अथवा उसी रास्ते लौटा दिया जाएगा।
वाटरप्रूफ थैलियों में ले जाएंगे उपकरण
कलेक्टर वर्मा ने बताया कि कुछ मतदान दलों को पैदल भी चलना होगा। ऐसे में बारिश के दौरान इवीएम और वीवीपेट सहित मतदान सामग्री खराब होने की आशंका बनी रहेगी। इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखकर वाटरप्रूफ थैलियों की मांग की गई है ताकि मशीन और सामग्रियों को सुरक्षति मतदान केंद्र और वहां से स्ट्रांग रूम में लाया जा सके।