नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में नक्सली बनकर पुलिस के जवान ही लोगों से लूटपाट कर रहे थे। पुलिस नक्सली वारदात मानकर जांच करती रही। मामला तब खुला जब लूटे गए मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने में पुलिस को कामयाबी मिली।
नारायणपुर पुलिस पिछले कुछ दिनों में हुई ताबड़तोड़ लूट की वारदात से हैरान और परेशान थी। वह जांच तो कर रही थी, मगर उसको कोई कामयाबी हाथ नहीं लग रही थी। इसी बीच गत मंगलवार रात बेनूर थाने के पास कोकोड़ी गंगामुंडा में बस्तर ट्रैवल्स की एक यात्री बस को आग लगा दी गई।
वारदात को अंजाम इस तरह दिया गया जैसा नक्सली करते रहे हैं। चार नकाबपोशों ने सड़क पर मोटरसाइकिल आड़ी-तिरछी खड़ी कर दी। बस (सीजी-17 एफ-0930) सड़क पर रुक गई, तभी नकाबपोश हथियारबंद कथित नक्सलियों ने बस को कब्जे में ले लिया। उन्होंने यात्रियों और चालक-परिचालक के मोबाइल लूट लिए। फिर सभी को नीचे उतारकर बस में आग लगा दी।
पुलिस इस तरह पहुंची आरोपितों तक
एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि बस जलाये जाने की घटना के दौरान लूटे गए एक मोबाइल की लोकेशन जिले के ग्राम बम्हनी थाना जिला कोंडागांव में मिली। टीम कोंडागांव गई। वहां बस्तर और कोंडागांव पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर पुलिस ने बम्हनी गांव से आत्मसमर्पण कर पुलिस विभाग में सहायक आरक्षक पद पर भर्ती माधव कुलदीप (35) को उसके घर में दबोच लिया।
उसके पास से दो एयर पिस्टल, लूट की चार मोबाइल, बाइक और नगद राशि बरामद की। उसकी निशानदेही पर हिरदूराम कुमेटी (26) और डोलेंद्र बघेल (21) को भी गिरफ्तार किया गया। डोलेंद्र के कब्जे से तीन मोबाइल, एक बाइक व नगद राशि और हिरदूराम के पास से तीन मोबाइल और नगदी बरामद हुई। इसमें हिरदूराम पुलिस विभाग का बर्खास्त आरक्षक है, जबकि आरक्षक माधव काफी समय से ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था।
इन वारदात में भी रहे शामिल
31 जुलाई : ओरछा मार्ग पर दो गाड़ी वालों को रोककर 11500 रुपये लूटे। 02 अगस्त : दंडवन-फरसगांव के सीसी मार्ग पर तीन लोगों को रोककर रुपये और मोबाइल लूटे। 04 अगस्त : मारडूम-बारसूर मार्ग पर गाड़ी वालों को रोककर 17500 रुपये, मोबाइल लूटे। गुप्ता ट्रैवल्स से पांच लाख रुपये की मांग की। 11 अगस्त : कोकोड़ी कैंप के पहले रास्ता रोककर गाड़ी वालों से 11 हजार रुपये लूटे।