माढ़ क्षेत्र में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सीमा सुरक्षा बल और छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। यहां सक्रिय पांच लाख रुपये की इनामी नक्सली ने गुरुवार को नाराणपुर में एसपी ऑफिस पहुंचकर आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली का नाम मेहतर कोर्राम उर्फ रोंडा बताया गया है जो एलजीएस कमेटी में कमांडर के ओहदे पर काम कर रहा था। उसने अपने हथियार के साथ क्षेत्रीय मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों और नाराणपुर के एसपी मोहित गर्ग की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया।
पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली वर्ष 2013 में माओवादी विचारधारा से प्रभावित होकर माओवादियों के साथ जुड़ा था। वर्तमान में वह बायनार एरिया कमिटी में कमाण्डर के ओहदे पर सक्रिय रूप से काम कर रहा था। नक्सलवाद की खोखली विचारधारा और शोषण से परेशान होकर उसने आत्मसमर्पण का मन बनाया।
नक्सल संगठन में रहते हुए वह कुवानार नदी और टेमरू गांव में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला करने, टिकरा पहाड़ी और कोडमा के पास मुठभेड़ जैसी घटनाओं में शामिल रहा। शासन ने उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसर्पण के बाद अब उसे शासन की पुनर्वास नीतियों का लाभ दिया जाएगा।