जन्माष्टमी पर जिला मुख्यालय सहित गांव-गांव में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यहां दो दिनों तक अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। शुक्रवार को जहां कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं शनिवार को भी कई स्थानों पर कृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
नारायणपुर में शुक्रवार को सरस्वती शिशु मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया गया। जिसमें सर्व प्रथम भगवान् श्रीकृष्ण के प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना की गई। तत्पश्चात् सभी भैया बहनों ने शोभायात्रा निकालकर नगर भ्रमण किया। भैया, बहन यहां राधा और कृष्ण के वेश- भूषा में पहुंचे थे। शोभायात्रा जयस्तंभ चौक तक निकाली गई। रास्ते में सभी भजन कीर्तन करते हुए और श्री कृष्ण राधे के जयकारे के साथ विद्यार्थियों ने भारत माता के भी खूब जयकारे लगाए और नगर भ्रमण किया। विद्यार्थियों में इतना उत्साह था कि रिमझिम बारिश के बावजूद बच्चों ने नगर भ्रमण किय। अंत में यहां मटकी पᆬोड़ का आयोजन किया गया, जिसके बाद अवकाश दे दिया गया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य कुहरू राम भगत, ललित नायक, पिछारु राम बेहरा, रामप्रसाद सिंह, त्रिविक्रम यादव, सीता चौहान, संध्या टोप्पो, अमृता खलखो, सुनीता भगत आदि आचार्यो का सराहनीय योगदान रहा।
डीपीएस व जैन विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन
जन्माष्टमी पर नगर के डीपीएस, बचपन प्ले स्कूल और जैन विद्यालय में भी विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। तीनों विद्यालय में बच्चों के लिए आकर्षक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे और बच्चे राधा और कृष्ण के वेशभूषा में यहां शामिल हुए। डीपीएस में विद्यालय के प्राचार्य महोदया द्वारा पूजा अर्चना कर व कृष्ण के बाल रूप प्रतिमा को झूले में स्थापित कर झुलाया गया और कार्यक्रम की शुरूआत की गई। जिसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुति बच्चों के द्वारा दी गई। बच्चे आकर्षक वेशभूषा में यहां शामिल हुए थे। जिसके लिए पिछले पांच दिनों से तैयारी की जा रही थी। कक्षा सातवीं व आठवीं के बच्चों ने पिरामीड बनाकर मटकी पᆬोड़े और नृत्य की प्रस्तुति की। बच्चों के द्वारा यहां अभिनय कला का प्रदर्शन करते हुए नृत्य नाटिका व एकांकी की भी प्रस्तुति की गई। यहां के कार्यक्रम में संचालक ओम प्रकाश सिन्हा, उप संचालक सुनिता सिन्हा, प्राचार्य श्रीमती जयंती सिन्हा, श्री सोरेन व स्टाप उपस्थित थे। इसी प्रकार जैन विद्यालय में भी जन्माष्टमी की धूम सुबह से ही देखने केा मिली। बड़ी संख्या में बच्चे भगवान कृष्ण, राधा के वेशभूषा में पहुंचे और सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। विधिवत पूजा, अर्चना के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अभिभावकों की सहभागिता भी खूब देखने को मिली।