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छत्तीसगढ़ : आदिवासी और गरीब-दलित महिलाओं पर बढ़ी हिंसा

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अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति के छत्तीसगढ़ राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव मरियम धवले ने कहा कि महिलाओं की बराबरी और आजादी के लिए सामंतशाही और पित्रसत्ता के मूल्यों के खिलाफ लड़ना होगा। देश में इस दौरान गरीब, दलित, आदिवासी, मुस्लिम, महिलाओं पर हिंसा बढ़ी है।

कुसमुंडा में आयोजित अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति का पांचवा राज्य सम्मेलन की शुरुआत वरिष्ठ सदस्य उमेंद कुंवर ने झंडारोहन कर किया। सम्मेलन का संचालन तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडल रंगा वेणी, गंगा साहू, उमेंद कुंवर ने किया। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से सौ से भी ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में मुख्य रूप से एडवा कि राष्ट्रीय महासचिव मरियम धवले एवं केंद्रीय समिति सदस्य नीना शर्मा उपस्थित थीं। रंगा वेणी ने अध्यक्ष मंडल की ओर से शोक प्रस्ताव रखा। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति के छत्तीसगढ़ राज्य सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रीय महासचिव मरियम धवले ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गरीब, दलित, आदिवासी, मुस्लिम, महिलाओं पर बढ़ी हिंसा ने एक भीड़ तैयार कर दी है, जो बिना सोचे समझे सड़क पर फैसला करने पर उतारू है। इस भीड़ में बच्चे हैं, जो अपराधी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ हिंसा दूसरी तरफ आर्थिक संकट ने लोगों के जीवन को कष्टमय बना दिया है। देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है ये आंकड़े बताते हैं। बैंको से रुपया गायब, हर दिन धोखाधड़ी के मामले, दो करोड़ रोजगार खत्म, सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य संस्थान महंगे, किसानों की बदहाली से आत्महत्या की दर बढ़ी, राशन की कटौती से विस्थापन की मार, जल जंगल जमीन पर ताकतवरों का कब्जा, युुवाओं को शराब के नशे में डूबो कर समाज में अराजकता की तरफ ले जा रहा है, महिलाओं को अपनी बराबरी के लिए लड़ने के साथ सामाजिक आंदोलन का हिस्सा बनना होगा। सम्मेलन में युवा प्रतिनिधि श्रुति एवं गंगा साहू कि टीम ने जनगीत प्रस्तुत किया। तदुपरांत जनवादी महिला समिति की राज्य महासचिव धनबाई कुलदीप ने सचिव प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। रिपोर्ट पर 12 प्रतिनिधियों ने बहस में हिस्सा लिया और अपने सुझाव रखे और रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित किया गया। सम्मेलन में सात सदस्यीय राज्य संयोजन समिति का चुनाव किया गया। प्रदेश संयोजक धनबाई कुलदीप सर्वसम्मति से चुनी गई। इसके अलावा नीलम, जानकी, तेरस बाई, शशि कला, देव कुंवर, मीना सदस्य चुनी गई। रंगा वेणी ने आभार प्रदर्शन कर सम्मेलन समाप्ति की घोषणा की।

सांगठनिक गुणवत्ता बढ़ाने की जरूरत : नीना

सम्मेलन का समापन भाषण करते हुए केंद्रीय समिति सदस्य नीना शर्मा ने कहा कि सांगठनिक गुणवत्ता को बढ़ाने और अधिक से अधिक महिलाओं के बीच पहुंचाने कि आवश्यकता पर जोर दिया। संगठन की आगे बढ़ने की बहुत संभावनाएं है। केवल हम उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। जिले की चिकित्सक डॉ. निधि ने महिलाओं को आने वाले समय में नई चुनौतियों का नए जोश से सामना करने कहा।