कुआकोंडा और कटेकल्याण ब्लॉक को जोड़ने वाली सड़क को बनाने के लिए अधिकारी कतरा रहे है। गंजेनार से गाटम तक 21 किमी सड़क बननी है। इस सड़क पर पिछले दो साल से काम चल रहा है, लेकिन अभी भी यह अधूरी है। अधिकारी एक ही हवाला देते हैं कि सुरक्षा न मिलने की वजह से सड़क नहीं बन पा रही है। इस सड़क पर गढ़मिरी के पास पुलिया के नाम पर बड़ा गड्ढा खोदा गया है। इससे पांच पंचायत की करीब 10 हजार की आबादी को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। अब लगातार हो रही बारिश इनके लिए आफत बन चुकी है। ग्रामीणों के मवेशी भी गड्ढे में गिरकर जख्मी हो रहे हैं।
15 करोड़ रुपए होगा व्यय
गढ़मिरी से गंजेनार तक 21.20 किमी की सड़क पर 15 करोड़ से अधिक खर्च किया जाना है। यह सड़क पीएमजीएसवाय के तहत तैयार की जानी है। अब तक जिले में तैयार हुई इस योजना के तहत यह सबसे चौड़ी सड़क होगी। इतनी चौड़ी सड़क बनाने की मंशा दो ब्लॉकों को जोड़ना है।
30 पंचायतों को सीधा लाभ
कुआकोंडा ब्लॉक की करीब दो दर्जन पंचायतें और दंतेवाड़ा ब्लॉक की 5 पंचायत के लोगों को इस सड़क से फायदा होगा लेकिन तब जब प्रशासनिक अधिकारियों की मजबूत पहल हो। अभी तो इस सड़क की हालात खराब है। जो टूटी-फटी सड़क थी उसमें एक बड़ा गड्ढा करवा दिया गया है। तर्क एक ही कि नक्सली सड़क नहीं बनने दे रहे हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखे गए हैं। ग्रामीण भी चाहते हैं सड़क बने। यह सड़क बन जाए तो विकास का कॉरिडोर तैयार हो जाएगा, लेकिन सड़क के नाम पर गड्ढा करके छोड़ दिया गया है। सरपंच ने कहा फिलहाल इस सड़क पर खोदे गए गढ्ढे की जानकारी नहीं है। ग्रामीणों को तो बिजली, पानी और सड़क सभी की जरूरत है।
‘सड़क निर्माण शुरू है लेकिन सुरक्षा के अभाव में गति नहीं आ पा रही है। अब बारिश से दिक्कत और बढ़ गई है।’
-हेमंत बंजारे, इंजीनियर, पीएमजीएसवाय