भारत सरकार द्वारा 2017 में शुरू की गई सौभाग्य योजना किस कदर धीमी गति से चल रही है इसका ताजा उदाहरण मेघालय में देखने को मिला है। इस राज्य में लगभग 6 हजार गांव हैं, लेकिन हर घर बिजली पहुंचाने वाली सौभाग्य योजना को लागू हुए 3 साल होने वाले हैं लेकिन अभी भी इस राज्य के 1400 गांवो में तक पूरी तरह से बिजली नहीं पहुंची है। इस बात को लेकर नाराज केंद्र सरकार ने मेघालय सरकार को फटकार लगाई है।
6 हजार गांवों में देनी है बिजली
मेघालय के 6 हजार गांवों के प्रत्येक घर को बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके पहले चरण में 4959 गांवों में सौभाग्य योजना के तहत हर घर तक बिजली पहुंचाई जानी थी। यहां के खासी, जयंतियां हिल्स और रिभाई में 2211 गांव है जहां पर अभी बिजली पहुंचनी थी, लेकिन अभी तक 1546 घरों तक ही बिजली पहुंची है। वहीं, गारो हिल्स के 2728 गांवों में से केवल 1923 गांवो तक ही बिजली पहुंच पायी है।
यह था लक्ष्य
केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना के तहत मेघालय के सभी 6 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाने का निर्धारित समय मार्च 2019 तय किया गया था, लेकिन अभी तक यह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में अब राज्य सरकार ने इस योजना की अवधि 31 मार्च 2020 तक करने की मांग की है।