राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए आधार की अनिवार्यता ने अंदरूनी इलाकों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गौरतलब है कि नक्सल समस्याग्रस्त इलाकों में जहां सरकारी सुविधाओं का अभाव है, सैकड़ों ग्रामीणों का आधार कार्ड अब तक नहीं बन पाया है। ऐसे में राशन कार्ड से नाम न कट जाए, इस भय से ग्रामीण अब आधार कार्ड बनवाने जिला एवं ब्लाक मुख्यालय पहुंच रहे हैं मगर कई इलाकों में इसकी सुविधा नहीं है। मंगलवार को सीपीआई सचिव कमलेश झाड़ी के साथ बासागुड़ा इलाके से बड़ी संख्या में ग्रामीण आधार कार्ड की समस्या लेकर प्रभारी कलेक्टर राहुल वेंकट से मिले। ग्रामीणों का कहना था कि बासागुड़ा इलाके में नेटवर्क के साथ -साथ कॉमन सर्विस सेंटर की सुविधा नहीं है। ऐसे में दूरदराज से आए ग्रामीणों को आधार कार्ड बनाने आवापल्ली या बीजापुर आना पड़ रहा है। इसमें आर्थिक व्यय के साथ आने- जाने में अतिरिक्त समय भी जाया हो रहा है। सीपीआई सचिव ने ग्रामीणों की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की। इस पर प्रभारी कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश देते दो दिन के भीतर बासागुड़ा में शिविर लगाकर आधार कार्ड एवं राशन कार्ड नवीनीकरण में आ रही दिक्कतों को दूर करने का भरोसा दिलाया। सीपीआई सचिव की मानें तो शिविर से अवश्य ही ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान होगा। बासागुड़ा सहित दूरदराज के इलाकों से आने वाले ग्रामीणों को बड़ी सहूलियत होगी।