छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. जशपुर में इस योजना के हितग्राही खासे परेशान है, क्योंकि उनके मकानों के लिए आवंटित राशि आवास मित्र और ठेकेदार ने मिलकर निकलवा लिया और पिछले ढाई सालों से आवास अधूरा पड़ा है. अब हितग्राहियों ने अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
ढाई सालों से अधूरे है मकान
मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले के छिरोडीह गांव के हुकराकोना में लगभग ढाई साल पहले एक दर्जन से अधिक हितग्राहियों के मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत हुए थे. मकान स्वीकृत होने के बाद गांव का ही बघेल नाम का ठेकेदार हितग्राहियों के पास पहुंचा और उनका मकान जल्द बनाकर देने की बात कही. इसके बाद हितग्राही तैयार हो गए और उन्होंने बघेल को मकान बनाने कहा.

हितग्राहियों ने अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
ठेकेदार ोक नहीं है FIR का भी डर
ग्रामीणों का आरोप है कि बघेल नाम के ठेकेदार ने आवास मित्र के साथ बैंक जाकर मकान निर्माण के लिए आवंटित राशि की दो किश्तें भी आहरण कर ली. राशि आहरण के बाद उसने कुछ महीने निर्माण करके काम को अधूरा छोड़ दिया. हितग्राही जब भी उसे मकान बनवाने की बात कहते तो वो उनकी बात टाल जाता था. अपना मकान ना बनता देख हितग्राहियों ने जब उससे आहरित किए हुए पैसे मांगे तो उसने पैसे देने से भी इनकार कर दिया. यहां तक की हितग्राहियों ने जब उसे एफआईआर की धमकी दी तब भी उसे कोई फर्क नहीं पड़ा और उसने हितग्राहियों से दो टूक कहा दिया कि उन्हें जो करना है कर ले.

अधिकारियों ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.
अधिकारी ने कही कार्रवाई की बात
अब ढाई साल बाद भी इस गांव के कई मकान अधूरे पड़े है. हितग्राहियों का कहना है कि अब वो इन अधूरे मकानों में मवेशी बांधते है. हितग्राहियों ने अधिकारियों से दोषियों पर कार्रवाई करते हुए मकान को जल्द पूरा करवाने की गुहार लगायी है. वहीं इस पूरे मामले में जनपद पंचायत सीईओ विनोद सिंह का कहना है कि मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.