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नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार ने आकांक्षी जिले के निर्धारित संकेतकों की प्रगति की समीक्षा की

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भारत सरकार के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. मदनगोपाल ने आज यहां सुकमा के कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिले के लिए निर्धारित विभिन्न संकेतकों की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, कृषि, शिक्षा, विद्युत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, सूचना प्रोद्योगिकी, कौशल विकास, प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क सहित अन्य विभागीय योजनाओं में जिले में किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में योजनाओं के सफल क्रियान्वयन एवं योजनाओं का लाभ जिले के लोगों तक पहुंचे इसके संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों से आवश्यक सुझाव लेकर विस्तृत चर्चा की गई। नीति आयोग के सलाहकार ने जिले के अधिकारियों से आकांक्षी जिले में लक्ष्य प्राप्ति तक सतत् कार्य करने का अनुरोध किया। इसके पहले नीति आयोग के सलाहकार ने सुकमा प्रवास के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गादीरास, उपस्वास्थ्य केन्द्र मुरतोण्डा, कन्या आश्रम मुरतोण्डा, आंगनबाड़ी केन्द्र बोरगुड़ा एवं जिला अस्पताल सुकमा का निरीक्षण भी किया।
    बैठक में नीति आयोग के डॉ. मदनगोपाल ने आकांक्षी जिले की अवधारणा के संबंध में कहा कि हम सभी की आकांक्षा यह होनी चाहिए कि हमारे जिले के लोगों का भी राज्य और देश के अन्य सामान्य जिलों के समान लोगों का जीवन स्तर हो। हमारे जिले में समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं हो। कोई भी बच्चा कुपोषित न हो, सभी गर्भवती माताओं का पंजीयन हो और उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच हो, बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण हो। हर गांव तक सड़क हो, लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो। खेतों में सिंचाई की सुविधा हो, हर गांव में बिजली हो, हर पंचायत में इंटरनेट की भी सुविधा हो, यही हमारी आंकाक्षा होना चाहिए और जब तक हम यह सब लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते तब तक सतत् कार्य करते रहना होगा। जिले में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के संबंध में कहा कि संस्थागत प्रसव ही हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जाए। सभी गर्भवती माताओं का पंजीयन कर उनकी नियमित जांच की जाए, उन्हें पोषण आहार मिले। जिले में शतप्रतिशत बच्चों की टीकाकरण हो, कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं होना चाहिए। यदि कोेई बच्चा कुपोषित है तो उस बच्चे को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कर उसका समुचित इलाज कराया जाए। इन महत्वपूर्ण संकेतकों पर स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करना होगा। समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में एम्बुलेन्स की व्यवस्था होना जरूरी हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषणाहार कार्यक्रम के तहत् ज्यादा से ज्यादा जन सहभागिता बढाने की बात कही। बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार उन्हें दो से चार बार पोषणाहार खुराक दिया जाना चाहिए। यदि ऐसा होगा तो कोई बच्चा कुपोषित नहीं होगा। सभी बच्चों का स्कूलों में दाखिला हो और वे ड्रापआउट नहीं करे, इसके लिए प्रयास करना होगा। सभी स्कूलों में गर्ल्स चाईल्ड के लिए अलग से टायलेट होना अनिवार्य हैं। इसी तरह से सभी स्कूलों में बिजली की व्यवस्था होना जरूरी है, इस संबंध में उन्होंने जानकारी ली गई। सभी स्कूलों में शिक्षक रहे, कोई भी शाला एकल शिक्षक न हो यह सुनिश्चित करना होगा। समीक्षा के दौरान जिले में पेयजल व्यवस्था, पालतू पशुओं का टीकाकरण, सभी गांवों मजरो, टोलों में बिजली, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कें, कौशल विकास, कृषि उत्पादकता बढ़ाने, सिंचाई रकबा बढ़ाने और ग्राम पंचायतों में इन्टरनेट नेटवर्क कनेक्टिविटी के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में आकांक्षी जिला फैला श्री मयूर मुन्ने ने आकांक्षी जिले के संबंध में आंकड़ों को प्रेजेन्टेशन के जरिए प्रस्तुत किया। बैठक में अपर कलेक्टर श्री ओपी कोसरिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।