भारत का पड़ोसी और मित्र देश भूटान ने उत्तरपूर्वी राज्यों में आई भीषण बाढ़ से लाखों लोगों की जिंदगियां बचाने में अहम भूमिका निभाई। भूटान और भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा असम राज्य से सटी हुई है। इस देश के ऊंचाई वाले इलाकों से आने वाले पानी के भारी प्रवाह की सूचना यहां के लोग असम के बॉर्डर वाले इलाकों के लोगों पहले ही दे देते थे। उनके इस अलर्ट की वजह से असम के लोग सर्तक हो जाते थे। इस वजह से उनको जान का नुकसान नहीं हो पाता था।
भूटान द्वारा ये अलर्ट बदनाम व्हाट्सएप के जरिए एक महीने से भेजे जा रहे हैं जिससें उनको बाढ़ से निपटने में काफी मदद मिल रही है। इससे पहले असम के मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों की काफी बर्बादी हो जाती थी, लेकिन अब उनको पहले ही पता चल जाता है कि फिर से बाढ़ आने वाली है।
आपको बता दें कि भूटान से बड़ी और छोटी मिलाकर कुल 56 नदियां असम होते हुए भारत में बहती हैं। इस इलाके में बाढ़ का खतरा बना रहता है। लेकिन भारत की ओर मैदानी भाग में रहने वाले लोगों तक देर से अलर्ट पहुंचने के कारण हर बार बाढ़ से काफी बर्बादी हो जाती है। लेकिन इस बार पिछले एक महीने से असम और भूटान दोनों देशों की ओर से ऐसी व्यवस्था की गई है कि जिससे बाढ़ की चेतावनी के संदेश भूटान की तरफ से असम भेजे जा सकें।